पृष्ठ:पुरानी हिंदी.pdf/२६

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पुरानी हिंदी न सवाहटिको घट.-प्याले सहित घडा (वॉहटो बाटो यो बाट को = कटोरी)? हक्कित वुलाया गया, संबोधित । दानी-दड राजकर, दाणी, दाण (मारवाडी) । गोण्डित-चीमार हुमा (पशु) । कामुक काम करनेवाले नोकर, (पजाबी) काम्मा, ( मारवाणी ) कामेती, कार्म (हपंचरित) । - भूतका. ) गनी-well-wishers ( शुभचिंतक ) । छिम्पिका-छोपी ( वस्त्र रंगनेवाली जाति)। निजतनक गृह-अपना घर ( तणा, या तण, या तणी-- मारवाड़ी गुजराती 'का)। व्याघुटन्ती-लौटती हुई, ( मारवाडी ) वावडना, (पंजावी) बोना । 'व्याधुटितु-लौटने को। वलितं --लोटा, मुडा 1 वासण-भाडे, रुपयो की थैली ( वासणी ) विहङ्गिका बहेंगी, कावड । कार्मरण-जादू टोना, कोमण ( मारवाडी)। उत्तेजित निर्माप्य-उत्तेजित (शान चढा हुमा ) बनाकर, करवाकर।... सग्रहणी- वेश्या । पट्टकिल--पटेल, पट्टक (जिले ) का प्रवधक । सेजवाली--पालकी । स्थपनिका-गिरी रखना। समारोपयत्-सौप दिया । पादौ त्यजसि-पांच छोडता है (डरकर भागता है।) 'पोत-वस्त्र ( मारवाड़ी पोतिया )। आरानिकमुत्तार्य--प्रारती उतारकर । तत्पट्टक विपाटय मुमोच-पट्टा फाडकर ( राजकर ) छोट दिया । मारि-मारना, अमारि-अभय । युगलिका--डाक की चिट्ठी (हरफारे दो साय दौठते हैं टानी )। शकुन भरित विधेहि-शकुन भरो (शपुन लो)। .