पृष्ठ:प्रतापनारायण-ग्रंथावली.djvu/१०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

बाह किया। मा०प्र० सभा के प्रधान मंत्री आदरणीय डा० राजबली पांडेय ने भावश्यक सुविधाएँ तत्काल प्रदान करने में बराबर तत्परता दिखाई । नागरी मुद्रग के सुयोग्य व्यवस्थापक श्री महताब राय ने कारण उपस्थित होने पर भी कभी धीरज नहीं छोड़ा। इन सब सज्जनों के प्रति मैं पुनः आभारप्रदर्शित करता हूँ। मेरे अनन्य बंधु डा. बच्चन सिंह का सहयोग सदा की भांति इस कार्य में भी अत्यंत महत्व का रहा पर उन्हें धन्यवाद देना केवल शिष्टाचार की बात हो जायगी। आशा है पं० प्रतापनारायण मिश्र के स्वरूप का प्रकाशन इस ग्रंथावली द्वारा हो सकेगा और साहित्य-प्रेमी सज्जन इस का उपयोग कर के संपादक के श्रम को सार्थक करेंगे। हिंदी विभाग काशो हिंदू विश्वविद्यालय विजयशंकर मल्ल १८-२-५८