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प्रतिज्ञा

वे अब शराब अधिक पीने लगे हैं, चाय के गुलाम हो गये हैं तथा अड़्गरेज़ों के उतारे कोट-पतलून पहनते हैं, उनमें और कोई फर्क नहीं है। ईसाई-जाति उनसे और बदनाम ही हुई है, नेकनाम नहीं हुई। इसी तरह इन्हें मिला कर मुसलमान भी दिग्विजय न कर लेंगे। भङ्गियों के साथ नमाज़ पढ़ लेने से, या उनके हाथ का पानी पी लेने से कोई राष्ट्र बलवान हो सकता, तो आज मुसलमानों का संसार पर राज्य होता। मगर आज जिधर देखिये, उधर हिन्दुओं ही की भाँति वे भी किस्मत को रो रहे हैं। ले-दे के स्वाधीन मुस्लिम राज्यों में टर्की रह गया है, वह भी इसलिए कि योरोपियन राज्यों में टर्की के बटवारे के विषय में अभी मत-भेद है। मैं कम-से-कम उतना उदार अवश्य हूँ जितने अमृतराय हैं; लेकिन जो चमार मरा हुआ जानवर खाता है, रात-दिन चमड़े के धोने-बनाने में लगा रहता है, उसका बर्तन मैं अपने कुएँ में कभी न जाने दूँगा। अमृतराय की मैंने खूब चुटकी ली है।

प्रेमा ने दबी ज़बान से कहा--अब तक वह तुम्हें अपना सहायक समझते थे। यह नोटिस पढ़कर चकित हो गये होंगे।

दाननाथ ने नाक सिकोड़कर कहा---मैं उनका सहायक कभी न था। सुधार-उधार के झगड़े में मैं कभी नहीं पड़ा। मैं पहले कहता था, और अब भी कहता हूँ कि संसार को अपने ढंग पर चलने दो। वह अपनी ज़रूरतों को स्वयं जानता है। समय आयगा तो सब कुछ आप ही हो रहेगा। अच्छा, अब चलता हूँ। किसी देवता की मनौती कर दो---यह सफल हुए, तो सवा सेर लड्डू चढ़ाऊँगी।

प्रेमा ने मुस्कुराकर कहा---कर दूँगी।

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