पृष्ठ:प्राकृतिक विज्ञान की दूसरी पुस्तक.djvu/७२

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यदि नहर के जल का प्रवाह नापना चाहते हो तो उसके पुल पर एक आदमी को भेज दो और उससे कहो कि वह पुल के ऊपर से एक कागज की छोटी सी पोटली फेंकदे । तुम नहर के बहाव की ओर मुंह करके खड़े होजावो और अपने हाथ में घड़ी रक्खो । ज्योंही काग़ज़ तुम्हारी सीध में आवे त्यों ही समय देख लो । जहां पर तुम खड़े हो वहां चिन्द कर दो। जल्दी से भाग कर आगे जाओ और खड़े हो जाओ वहां भी एक चिन्ह करदो । और ज्यों ही वह काग़ज़ फिर तुम्हारी सीध में आवे त्योंही फिर समय देख लो। अब तुम इन दोनों चिन्हों के बीच के स्थान को फीते से नाप लो और उस नाप में उतने मिनों का भाग देदो जितने मिनट उस काग़ज़ को एक चिन्ह से दूसरे चिन्ह तक जाने में लगे हैं । ऐसा करने से तुमको यह ज्ञात हो जावेगा कि एक मिनट में काग़ज़ कितनी दूर बहा । अब दूरी को ६० से गुणा कर दो और इस प्रकार नहर का बहाव प्रति घंटा मालूम करो। इसी प्रकार नदी के पानी का प्रवाह प्रति घंटा के हिसाब से उस समय निकालो जब कि उसमें बाद हो। और फिर उस समय भी नापो जब कि नदी में बाढ़ न हो और दोनों समय की चाल की समानता करो। । Courtesy Dr. Ranjit Bhargava, Desc. Naval Kishore. Digitized by eGangotri