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प्रेमघन सर्वस्व


तो॰ रा॰—वाह वाह आपने तो पूर्णापमालङ्कार का चित्र सा खींच दिया और भारत की महिरानी को राधिका रानी की सी सुन्दरी बनाकर हिंडोले पर झुला दिया। अबतो मेरी आँखों में भी धान के खेत धानी कपड़े से नज़र आते हैं और ये चमकते हुये लाल सितारों की छटा दिखलाते हैं।