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( ४ ) माधोनल-( माधवानल ) नामक संस्कृत की पुस्तक सं० १५८७ वि० की लिखी हुई बंगाल एशाटिक सोसाएदी में सुरक्षित है। इसी के आधार पर सं० १७५५ वि० के लगभग मोतीराम कवि ने ब्रज भाप में एक कहानी लिखी थी, जिसकी यह हिंदी अनुवाद है।

( ५ ) माधवविलास-रघुराम नामक गुजराती कवि के समासार और कृपाराम कवि द्वारा पद्मपुराण से संग्रहीत योगसार नामक दोनों ग्रंथो को मिलाकर लल्लूजी ने माधवविलास नाम से इस पुस्तक को पहले छपवाया । इस पुस्तक में गद्य पद्य दोनो हैं और यह ब्रज भाषा में है । रधुराम नागर की एक अन्य रचना माधव-विलास शतक खोज में मिली है।

( ६ ) सभाबिलास-यह एक प्रसिद्ध पुस्तक है जिसमें माना प्रकार के नीति विषयक पद्यों का संग्रह है। |

( ७ ) प्रेमसागर-सं० १६२४ वि० में चतुभुजदास जी ने ब्रज भाषा में श्रीमद्भागवत के दशम स्कंध का दोहों और चपाइयों में अनुवाद किया था। इसी ग्रंथ के आधार पर वि० सं० १८६० में लल्लूजी लाल ने प्रेमसागर की रचना की । यह भागवत का पूर्ण अनुवाद न होकर उसका संक्षिप्त रूप है। इसका प्रथम संस्करण वि० सं० १८६७ में प्रकाशित हुआ था। यह एक प्रसिद्ध ग्रंथ है अर पाठ्य पुस्तक में इसका कुछ न कुछ अंश अवश्य संगृहीत रहता है।

( ८ ) राजनीति- ब्रज भाषा में हितोपदेश का सं० १८६९ वि० में अनुवाद करके यह नाम रखा था ।। |

( ६ ) भाषा क़ायदा-हिंदी भाषा का व्याकरण । उर्दू में