पृष्ठ:प्रेमसागर.pdf/४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।

(२)

२० अध्याय दावाग्निमोचन ... ६२
२१ {{{1}}} वर्षा-शरद-वर्णन ... ६४
२२ {{{1}}} गोपी-वेणु-गीत ... ६६
२३ {{{1}}} चीरहरण ... ६८
२४ {{{1}}} द्विजपत्नीयाचन ... ७१
२५ {{{1}}} गोवर्धनपूजन ... ७५
२६ {{{1}}} ब्रजरक्षा ... ८०
२७ {{{1}}} कृष्णप्रशंसा ... ८३
२८ {{{1}}} इंद्रस्तुति ... ८४
२९ {{{1}}} वरुणलोकगमन ... ८६
३० {{{1}}} रासक्रीड़ारंभ ... ८९
३१ {{{1}}} गोपीविरह-वर्णन ... ९४
३२ {{{1}}} गोपीजन-विरहकथा ... ९८
३३ {{{1}}} गोपीकृष्ण-संवाद ... १००
३४ {{{1}}} रासलीला-वर्णन ... १०३
३५ {{{1}}} विद्याधरमोक्ष, शंखचूड़वध ... १०७
३६ {{{1}}} गोपीगीतवर्णन ... ११०
३७ {{{1}}} कंस-नारद-संवाद ... १११
३८ {{{1}}} व्योमासुरवध ... ११७
३९ {{{1}}} अक्रूर-वृंदावनगमन ... १२०
४० {{{1}}} अक्रूरदर्शन ... १२२
४१ {{{1}}} अक्रूरस्तुति ... १२७
४२ {{{1}}} पुर-प्रवेश ... १२८
४३ {{{1}}} कंसस्वप्रदर्शन ... १३४
४४ {{{1}}} कुवलियावध ... १३८