पृष्ठ:बाणभट्ट की आत्मकथा.pdf/४०५

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१२१ मद्यगंधी नहीं नचा रही भाँति नहीं वधिल १२१ १२५

1 १२८ पद् अभिभावक बनाना वितस्ति

पंक्ति अशुद्ध १ मध्यगंधी ६ नचा रही १५ नजरों से १४ वर्णित १५ प्रद १६. अभिभाव बनना १७ विनस्ति १६ ऐसा २४ निर्भर । ४ शवलालु १७ न गराडू० ११ समावृत्त २२ उसी मनः- 1

० ऐसे ६

निर्झर शैवालानु० न इसने गएड्र० समान्त उसी का बनाया हुआ। था । उसे मनः-- 1

2 मेधमुक्त १५२ १५२ २ मेघयुक्त २२ अलक्तक १५३ १५ वाहुभुगल १६५ १६ संभव १६८ २५-२६ अनुभावती १८५ ११-१२ छीन लिया १८७ १६ कञ्चुक स्थ १६१ २० मनशक्ति ११६. २३ द्रुम० १६६ ८ वलयियों १६६ १६ ब्राह्मणीक अलक्तक रंजित छाहुयुगल असंभव अनुभाववती खट्वांग छीन लिया। कञ्चुकस्य मननशक्ति वलभियों ब्राह्मण की