पृष्ठ:बिखरे मोती.pdf/४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ प्रमाणित है।

स्मृति-चिन्ह




जिनकी आशा-अभिलाषा हैं चूर-चूर होकर सोती ।।
उनके ही दृग-जल से धुलकर निखरे यह “बिखरे-मोती" ।।