पृष्ठ:बिहारी बिहार.pdf/७४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

• = = = = = ।। निहारीसतसई के विषय की अनुक्रमणिका व्याख्याकार लल्लेलाल के अनुसार॥ == ---

=

=

==

= = = = = = - - =- = -=- -= -=-=-=- --=- -=-=- = - =- =-=- = - = - = -=-= - =-=- = = = = == =-

-

-- = - = - -- -


--- - - - - | मुरली ) -- - -- - - - - -- -- = - =- =- = =- =- =-

-

== ।। 1। वियप दोहाङ्क:शाङ्क नियोहाइशी_विषय हाशा अङरितयौवनावर्णन | १६ | ७ | गुप्ता ५ | १७ | १७ | मलाचरा | १ नवयौवना वर्णन २० । ८ । स्वयंतिका ५ । १० । १० थानिक वर्णन ३ ज्ञानपीन ना ५ | २४ । ९० परकीयानापिकाविस्था सकुर वर्णन ३ नवोदी » । २५ | १० | वनविदग्धा " | ४७ । १७ ऊपउल ॥ ३ . विसयनवोदा ।। | २८ | १२ | क्रियाविदग्धा ॥ | ४' १८ । ४ छलित कामा । २ | १२ | परापवाद शङ्क: ता. ५५ ४ मध्या लहीती उजामाला ५ लनाचिया वर्णन | ३० | १२ | हेतुलसता " चतुर्विध नापक भेत् । समानलजाकामा ३२ ९३ आकृति लच्चिता • ६७ अनुकूल नायक च ९ । ५ न्यूनलज्गा ) न्यूनलज्जा ” । । ३६ | १४ | सुरतसिता ) । ३९ सिणनायक उनि १० । ५ मुदिना ॥ २५ । शट नायक ) । ९९ । ५. समस्तरसकोचिदा » ! ३८ | १४ | अनुशयन " L९६ । । अष्टनायक पनि । १३ । ६ : मनमत्ता ॥ ३९ | १५ । गनिना। त्रिविध नायिका भेद परकीया नायिका | ४९ | १५ |पतिअनुरागिनी वन | ८ | ३३ सकी।नापिकाचर्णन परकीया प्रथम मिलन ४३ ९६ | मगर्विला स्वकीया २०८ । ३६ गन्धर्व विवाह वर्ण ९४ । ६. गुप्ता । प्रेम गर्विता परकीय ९९९ । ३७ असर विवाह » । २५ ७ । आकृति गुप्ता वर्णन । ४५ १६ पनगर्विता स्वकीया १९२ । ३० सिम्यग्वचन विरग्या हे अन्य संभो दु:खिताच० ।। --- - - - - - दा -=

=

== = - = =-=-=- - = = = = = --- - -- - -- --- - - - = = = ३ == = = == = =

=

= = =