पृष्ठ:बीजक.djvu/७६६

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नाम, ०-२

१४) जाहिरात । | की. रु. आ. प्रेमपुष्पमंजरी ( अच्छे २ भजन व पंजाबदेशके भी पद हैं....। कृष्णचरितावली ( कृष्णकी छोटी२लीला ) ...। प्रेमपचासा ( चित्रकाव्य ) ... सुदामाचरित्र अत्युत्तम छंदबद्ध ... होळीचौताल संग्रह ... सुदामाकी बाराखड़ी ... द्रौपदीकी बारामासी दुर्गाचालीसी ... ... माता पिता पूजनविधि .... ... बारामासी संग्रह ... . । •१॥ हरदेवकी बाराखड़ी कलियुगका चरित्र ... छन्दरत्नमाला [ पिंगल ] ... ... ... ... ०-२ गोपीवियोगकी बारहखड़ी [ लालाशालिग्रामकृत दत्तलालकी बाराखडी सहित] ... .... ... .... •••••• ०-२ नशाखण्डनचाळीसी ४० कवित्तोंमें सब नसोंका खण्डन... ... मिलामदर्पण ( मेलमिलाप शिक्षा ) •••••• श्राद्धदर्पण ( श्राद्धमण्डन ) •••••••• . .., ०-२ ब्रह्मज्ञानदर्पण ... .... ... ... ... पंजाबपंकनपराग [ महन्त रघुवीरदासकृत ] ... .. ... ०-४ भेमपुष्पलता ( उत्तमभजन ) .... ... ... .. । .... ०-८ कबीरउपासनापद्धति-( साधारणतःसर्वसाधारणको और विशेषतः कबीर पंथियों को सदाचार बतानेवाली अद्वितीय पुस्तक ) ... ०-१० संपूर्ण पुस्तकका ६ बड़ा सूचीपत्र " अलग है मैंगालीजिये, 11 111 पत्ता-खेमराज श्रीकृष्णदास, * श्रीवेङ्कटेश्वर" ( स्टीम् ) प्रेस-बंबई.