पृष्ठ:बुद्ध और बौद्ध धर्म.djvu/१२८

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बौद-धर्म-साहित्य २२५ ३-दश भूमीश्वर ४-समाधिराज ५-लंकावतार सूत्र ६-सद्धमे पुण्डरीक ७-तथागत गुह्यक --ललित विस्तर (वुद्ध-चरित्र ! ६-सुवर्ण प्रभास। बौद्ध-दर्शन- १-सौमान्तिक दर्शन-(१) विभाषा शाख । २-वैभापिक दर्शन-(१)कात्यायनिपुत्र-अभिधर्मज्ञान प्रस्थान- शास्त्र, (२) अभिधर्म महाविभापा शाख, (३)संघभद्र-न्यायानुसार शाख का कोशकारक शास्त्र। ३-योगाचार-(१)लंकावतार सूत्र, (२)महासमय सूत्र, (३) चोधिसत्वचर्या निर्देश, (४)सप्तदश भूमिशाख योगाचार । ४-माध्यमिक-(१)नागार्जुन (माध्यमिककारिका), (२)वुद्ध- पालित (मूल मध्यमवृत्ति), (३) आर्पदेव (हस्तवल), (४)भव्य (मध्यम हृदयकारिका ), (५) कृष्ण (मध्यम प्रतीक्ष्य समुत्पाद), (६)चण्डकीर्ति (माध्यमिक वृत्ति), (७) जपानन्त (माध्यमिकाव- तार टीका ), (८) नागार्जुन (मूल माध्यमिक वृत्ति अक्रतोमय ), (e) धर्म-संग्रह। • ललित विस्तर को बौद्ध-साहित्य में महत्वपूर्ण माना गया है। बुद्ध ने बोधि-वृक्ष के नीचे बैठकर बुद्धत्व प्राप्त करके जगत् का