पृष्ठ:बुद्ध और बौद्ध धर्म.djvu/४९

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बुद्ध और बौद्ध-धर्म १६ (२) उनकी सेवा करके। (३) उनकी आज्ञाओं का पालन करके। (४) उन्हें आवश्यक वस्तुएं देकर । (५) उनकी शिक्षा पर ध्यान देकर । गुरु को अपने शिष्यों पर इस प्रकार स्नेह दिखाना चाहिए- (१) सब अच्छी आदतों की उन्हें शिक्षा देकर । (२) उन्हें विद्या ग्रहण करने की शिक्षा देकर । (३) उन्हें शास्त्र और विद्या सिखा कर । (४) उनके मित्र और साथियों में उनकी प्रशंसा करके। ३-पति और पत्नी पति को अपनी पत्नी का इस भाँति पालन करना चाहिए- (१) सत्कार से उसके साथ व्यवहार करके। (२) उस पर कृपा करके। (३) उसके साथ सच्चा रह कर । (४) लोगों में उसका सत्कार करा कर । (५) उसे योग्य आभूषण और वन देकर । पत्नी को अपने पति पर इस भांति स्नेह दिखाना चाहिए- (१) अपने घर के लोगों से उचित व्यवहार करके। (२) मित्रों और सम्बन्धियों का उचित आदर-सत्कार करके। (३) पतिव्रता रह कर। (४) घर का प्रबन्ध किफायत के साथ करके।