पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास भाग 1.djvu/५०३

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४४० भारतवर्षका इतिहास ये पुस्तकें प्रागैतिहासिक कालसे सम्बन्ध रपती है और भारतीय अनार्य्य लोगोंकी सभ्यताका पता देती है। परन्तु प्रो. इविमलने अपने उक्त पेरफलटमें, जो हाल हीमें प्रकाशित गुमा है, आर्यो वैदिक स्तूपों और अनिद्रीयोंका पता निकालकर बड़े महत्वको खोज की है। Isac Taylor The Origin of the Aryans. 0. Shrailer Pre-historic Antiquities of the Aryan People. यालगङ्गाधर तिलक-Orion or Researches into - the · Antiquity of the Vedas. पाल गङ्गाधर तिलफ-Arctic Home in the Vedas लोकमान्य तिलको अपने पहले ग्रन्थमें वैदिक कालमें ओरियन अथवा मृगशिर नक्षत्रकी स्थितिके आधारपर वेदोंके काल-निर्णयका यन किया है। दूसरी पुस्तफमें उन्होंने वैदिक ऋचाओं और अवस्थाके आधारपर उत्तरी ध्रुवको आर्यो का मूल स्थान सिद्ध किया है। N. 'B. Pavagee-ryavartic Ilome and its Arctic Colonies, तिलकके सिद्धान्तके खण्डनका यल। वैदिक देवकल्पना ( mythology ) के आधारपर लेखकने आर्यावर्तको आर्योंका मूल स्थान सिद्ध करना चाहा है । सामान्यरूपसे उच्छुड्ल होते हुए भी पुस्तकमें कुछ कामकी बातें हैं। R. Shamshastry-Gavam-Ayana or the Vedic Era. Kacgi-The Rigveda, A. C. Das--Rigvedic India, इस पुस्तकके लेखकने तिलकके सिद्धान्तका खण्डन करने और वेदोंके समयको और पीछे ले जानेका यत्न किया है।