पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास 2.pdf/१३७

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भारतवर्ष महारानी सम्राज्ञो के शासनाधीन १२७ उतारा गया। यह छोटो सी रियासत आसाम में है। यह राजा पहले तो अपनो राजधानी से भाग गया था, किन्तु फिर अवसर पाकर उन अंगरेज़ी अफ़सरों पर आक्रमण करके उन्हें मार डाला, जो उस राजधानी में रहते थे। अतएव अंगरेजी सेनाओं ने उस रियासत पर आक्रमण करके उस राजा को पराजित किया, और जिन लोगों ने उक्त अफसरों को मारा था, उन्हें फांसी पर चढ़ाया, तथा उस राज्य के राजवंश के एक छोटे से बालक को मणीपुर का राजा बना दिया। १७-लाई लैन्सडौन ने भारत की उत्तर पश्चिमीय सीमा को पक्का और सब प्रकार के आक्रमणों से सुरक्षित रखने के कार्य में विशेष बुद्धिमत्ता से काम लिया। बलोचि- स्थान को एक सुरक्षित रियासत बना दिया। खान कहलात को भारत के राजकुमारों में उचित स्थान दिया। पहाड़ो दरों की तफसीलवन्दी कराई, और उन तक नई सड़कें तथा रेलवे लाइनें बनाई गई, कि आवश्यक अवसरों पर सेनाएं वहां सुगमता तथा शीघ्रता से पहुंच सके। १८-इन वाइसराय के शासन काल में इण्डिया कौन्सिल ऐकृ सन् १८६२ ई० में पास होकर एक आवश्यक सुधार हुआ। गवर्नर जनरल और कुछ प्रान्तों के गवर्नर तथा लेफटिनेण्ट गवर्नरों की कानूनी फौन्सिलों में कुछ पबलिक सभाओं, जैसे कि प्रविंशल (प्रान्तिक ) म्युनिसिपल तथा जिला कौन्सिलों के निर्वाचित (छांटे 1 लाड लैन्सडौन