पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास 2.pdf/१३८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

तथा १२८ भारतवर्ष का इतिहास हुए) भारतीय मेम्बरों को उनमें जगह देकर उन कौन्सिलों को विस्तृत किया गया। कौन्सिल के सभासदों का पहिला चुनाव ( इन्तखाब ) सन् १८६३ ई० में हुआ। १६-लार्ड एलगिन दूसरे ( सन् १८६४-१८६६ ६० ) दसवें वाइसराय थे। वह दूसरे वाइसराय के पुत्र थे। उन्होने मी सीमाओं को दृढ़ करने का काम जारी रक्खा। कई सरहद्दो जातियों ने इसमें बिघ्न डालने का प्रयत्न किया, किन्तु उनको पराजित करके पीछे हटा दिया गया। इन लड़ाइयों में बड़ी याद रखने योग्य लड़ाइयां चितराल तीराह घाटो की जातियों के साथ हुई। २०–सन् १८६६ ई० में बम्बई में प्लेग प्रगट हुई और उस समय से प्रति वर्ष भारत के किसी न किसी प्रान्त में प्लेग प्रगट होतो है। पहिले विशेष कर बम्बई में बहुत लाई एलगिन से आदमो इसकी भेंट हुए। किन्तु पीछे डाकृरों ने इसका इलाज ढूंढ़ निकाला, और फिर इस भयानक रोग से दिनां दिन कम आदमो मरते गये। प्राचीन समय में इसने यूरोप में भी अनगिनत पुरुषों की जान ली थी, किन्तु अब वहां कोई इसे जानता भी नहीं। लार्ड एलगिन के समय में सरकारी नौकरियों के प्रत्येक विभाग में भारतीयों को पहिले से अधिक स्थान दिया गया।