पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास 2.pdf/१४६

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भारतवर्ष का इतिहास २-सन् १९११ ई० में सम्राट जाज तथा सम्राज्ञी मेरी दोनों भारत में पधारे। आप पहले भी सम्राट एडवर्ड सप्तम के समय में भारत पधारे थे। दिल्ली के प्राचीन नगर में १२ दिसम्बर सन् १९११ ई० को बड़ी धूमधाम से आप को राज सिंहासन दिया गया। उस समय सम्राट ने अपने मुखाविन्द से यह घोषणा की, कि दिल्ली नगर एक बार फिर भारत साम्राज्य की राजधानी बनाया जाता है, जैसा कि वह बड़े मुग़ल सम्राटों के समय में था। ३-उसी समय आप ने यह भी घोषणा की कि बिहार, मगध के प्राचीन राज्य, तथा उड़ीसा का एक नया प्रान्त बनाया जाता है, जिस की राजधानी पटना होगी, जो दो सहस्र वर्ष पहले पाटली- पुत्र के नाम से प्रसिद्ध था, और जहां हज़रत मसीह से ३०० वर्ष पहिले मौर्य वंश के महाराजा चन्द्रगुप्त ने बड़े गौरव से शासन लार्ड हार्डिज किया था। पूर्वीय बंगाल तथा आसाम का प्रान्त एक बार फिर तोड़ डाला गया, तथा उसका दक्षिण भाग, ढाके समेत प्राचीन बंगाल में मिला दिया गया है। आसाम एक चीफ़ कमिश्नर के आधीन पृथक प्रान्त बनाया जाता है। लार्ड हार्डिज के शासन काल के भारत चित्र से यह सब प्रान्तिक परिवर्तन प्रगट हैं। ४-लार्ड हार्डिन ने श्रीमान् सम्राट की ओर से यह भी घोषणा की, कि "विकोरिया क्रास" जो कि रणक्षेत्र में सब से