पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास 2.pdf/४२

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३२ भारतवर्ष का इतिहास को हरा दिया; छोटे राजा को कैद कर लिया और आप सिंहासन पर बैठ गया। ४-दक्षिण भारत के और राजा रईसों ने जब देखा कि हैदर अलो को शक्ति और उसका उत्साह दोनों बढ़ते चले जाते हैं तो उन्हों ने सोचा कि इस बढ़तो को रोकना चाहिये। हैदराबाद का निज़ाम, मरहठे और अंगरेज़ इस विषय में : मत थे। अभी तक हैदर अली ने अंगरेज़ों से लड़ाई नहीं की थी। पर करनाटिक का नवाव फिर कई शहर और किले दवा बैठा था। अंगरेज़ करनाटिक के नवाब के सहायक थे। हैदर अली ने निज़ाम पर चढ़ाई को। निज़ाम भी अंगरेज़ों का मित्र था। इसलिये मदरास का गवर्नर हैदर अली के बिरुद्ध निज़ाम और मरहठों से मिल गया और उसने निज़ाम की मदद के लिये कुछ सेना भी भेज दी। अंगरेज़ो सेना निज़ाम के साथ मैसूर में घुस गई और बंगलोर को अपने आधीन कर लिया। ५-हैदर अलो ऐसा मूर्ख न था कि एकही बार तीनों से लड़ बैठता। उसने मरहठों को तोड़ा और बहुत सा धन देकर उनको लौटा दिया। ६-फिर उसने निज़ाम को पत्र लिखा और कहा कि तुम मेरे साथ हो जाओ तो सारा करनाटिक जितवा दूंगा। निज़ाम उसकी बातों में आ गया। दूसरे दिन सवेरे करनल स्मिथ जो अंगरेज़ो सेना का कमानियर था क्या देखता हैं कि निज़ाम की सेना जिसकी सहायता के लिये वह मदरास से चल कर इतनी दूर आया था, हैदर अली को सेना के साथ मिलकर उस पर चढ़ने को तैयार है। ७-करनल स्मिथ बंगलोर हट कर मदरास को लौटने हैदर अली सत्तर हज़ार की भीड़ लेकर उसके पीछे लगा।