पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास 2.pdf/९९

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लाड उलहौज़ी फिरोज़पुर के मैदानों में सर ा गफ प्रधान सेनापति और लार्ड हार्डिज गवर्नर जनरल के हाथों से और जनवरो १८४६ ई० में अलीवाल और सुबरांव पर सर हैरो स्मिथ और सर ह्य गफ़ के हाथों परास्त हुए। ३–अब पंजाब की पहिली लड़ाई समाप्त हो गई। सिखों की सेना घटा कर वीस हज़ार कर दो गई और सतलज और रावी के बीच का इलाका अंगरेज़ों ने ले लिया। गुलाब सिंह राजपूत जो रणजीत सिंह के आधीन काश्मीर का सूबेदार था काश्मीर का राजा बनाया गया। उसके बदले उसने अंगरेजों को लड़ाई का खर्चा दिया। रणजोत सिंह का छोटा लड़का दलीप सिंह पंजाब का राजा हुआ और जब तक वह सयाना न हो उसकी मां प्रबन्धकारिणी बनाई गई। ७६ लार्ड डलहौजी, तेरहवां गवर्नर जनरल (सन् १८४८ ई० से सन् १८५६ ई० तक) १-लार्ड डलहौजी १८४८ ई० में भारत में आया और आठ बरस तक गवर्नर जनरल रहा । यह चौथा अंगरेज़ है जिसने भारत में अंगरेजी राज की नेव जमाई। लार्ड क्लाइव, लार्ड वेलेजली और ला. हेस्टिंग की तरह इसने भो बहुत सी रियासतों को अंगरेजों के आधीन किया और बहुत से काम ऐसे किये जिन से यह देश पहिले की अपेक्षा बहुत सुरक्षित और धनी हो गया। २-- लार्ड डलहौजी को भारत में आये छः महीने भी न बीते थे क पंजाब की दूसरी लड़ाई छिड़ गई। मुलतान के हाकिम मूलराज ने दो अंगरेजी अफ़सर मार डाले और सिखों को घोषणा दी कि अंगरेजों से लड़ें। सिख सरदारों ने उन पुराने