पृष्ठ:भारतेंदु समग्र.pdf/१०४८

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तमसीलात अलिफ - सन्दूक वगैरह को शौहर नहीं कह सक्ते क्योंकि वह जयदाद मनकूल : से हैं मगर अपने को खुद बखुद नहीं चला सक्ते है। बे-गाय, बैल, कुत्ता, गदहा वगैरह अगरचे खुद बख़ुद चल सक्ते हैं मगर वह अपने औरतों की हुकूमत से जायदाद गैरमनकूल : नहीं हो जाते, इस वास्ते लफ्ज शौहर उन पर असर ' पज़ीर न होगा ।। जीम -चूंकि ऐसी जायदाद जो कि ज़ाहिरा मनकूल : हो मगर औरत के हुक्म से फौरन गैर मनकूल : हो जाय सिर्फ शादीकरद: मर्द हैं, लेहाज़ा लफ्ज शौहर से मुराद उन्हीं लोगों से होगी । दफ:(३) शौहर की जायदार है, इस वास्ते उस पर उस को हर किस्म का अखतियार हासिल है। तमसील अपनी जायदाद को लोग जिस तरह बना बिगाड़ सक्ते हैं, उसी तरह जोरुओं को अपने शौहर पर ज़द व कोब१५ करना वा खाना न देना वगैरह का अखतियार हासिल है। तीसरा बाब सज़ा दफ :(४) इस कानून में मुजरिमों को हसबजेल सज़ा दी जायगी । अलिफ़-कैद यानी शोहर को मकान की चार दीवारी से बाहर न जाने देना, यह कैद दोनों तरह की होगी, वा मेहनत वा बिलार मिहनत – लफज़ मेहनत से यह मुराद है कि शौहर कैद भी रहे और गालियों की बौछार भी बरदाश्त करता रहे – लफ्ज बिना मेहनत से मुराद है कि सिर्फ बाहर न जाने पाये । बे-अलग बिस्तर या दूसरे मकान में सोलाना । जीम - हमेशा के वास्ते गुलामी ११ करानी । दाल जुर्मान : यानी किसी किस्म का नक्द या जेवर लेकर कसूर मुआफ करना । दफ :(५) इस कानून में भी सजाय मौत सब से बड़ी सज़ा है मगर आदमी के जान को उन की बदन से अलग कर देना यहाँ सज़ाय मौत नहीं, यहाँ लफ्ज सजाय मौत से यह मुराद है कि औरत रूठ कर अपने बाप या भाई के घर चली जाय और फिर न आये। दफः (६) सजाय हबसदवाम१२ बअबूर १३ दरियाशोर १४ से इस कानून में यह मुराद है कि औरत चंद अरसः के वास्ते शौहर को अपने घर में न आने दे या चंद अरस : के वास्ते खफा हो कर अपने बाप के घर में चली जावे ।। दफः (७) मुकद्दमात सर्सरी" के वास्ते हसबजेल छोटी छोटी सजायें मुकर्रर है - अलिफ -न बोलना । बे-भौं चढ़ाना । जीभ - रोना । दाल - बकना । चोथा बाब मुस्तसनियात २६ दफः (८) हर बशर १७ जो खुदा के यहा से जामय८ औरत पहिना से उतारा गया है वह इस कानून से मुस्तसना है। दफ :(९) कोई जुर्म मुन्दर्जे कानून हाजा अगर बहुक्म औरत किया जाय तो इस कानून से मुस्तसना है 1 दफ:(१०) कोई शख्स जो कि दरहकीकत फकीरी अखतियार करे और दुनिया छोड दे वह बाद उस १. उदाहरण २. संपत्ति ३. प्रभावान्वित ४. विवाहित ५. प्रकार ६. प्राप्त ७. मार-पीट ८. दोषियों ९. सहित १०. बिना ११. दासता १२. सदा का कारावास १३. पार कर १४. समुद्र १५. साधारण १६. मुक्तगण १७. मनुष्य १८. वस्त्र ७. साधारण २. मुक्तगण २. मनुष्य ०. वस्त्र

भारतेन्दु समग्र १००४