पृष्ठ:भारतेंदु समग्र.pdf/११६८

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DOTOBRE HLARIS CIIANDRA'S MAGAZINE MOSTLY JOURNAL OLSUED IN CONNOTON WITH KAVIVACHANASUDHA. HARIS CHANDRA'S MAGAZINE. A MONTHIA JOERNAL PUBLISHED IN CYNROT 11 TE KAVIVACITAVAD TIERT AT THE TW HARIS ORANDRA Vol. 1. Benara October 15th, 1873. [No 1. या धीराधामुभा शतर्क सियते। कारको माग बंभु निम्मा गनेय पेया में सरमा क्षेत्र को भारी को । चार । शरन मक योवृषभानु कुमार प्रा दो पार जार । थे पच्छ बोलिमाम माम कार को यरन गोरी बावरी निधि बामर काम अनि जोर। गो-चार) को । शाह । परन बन्ध वाचन पराइ प्यास रवि कापि कुरि की आदि कहि यो गमेम । दश- सी निरधार माटा रहे मनि माशी थे । भाग - मन मुगा परनन भन पार में पाया मेम । । रन विधि घटस धान मक पाटी को गरम पृषभान पाच मिंध फिड सुरेच मत प्राप्त रहल निव जाम । जो विशारी का स जलदायगा में किया था शाचा जम करे राधा राधा मामा । नाम टोका मजमा के शाला के वनिता ये है । राधा राधा रे बारे ते म घरै भय फट । वायु का पाल्न यसिस गुम गाये मुनि ताके कवि डालो मात्व गाये पर अमर पर धरे रहर दाद १५ : साधा - जन सा के गुरगावे में । ननिधि एके मिडना । 1ो गर घाठी शाम । ते भय सिंधु - पद अपि पाठी सोने विकलाले प्रमुगावे लाने पिके या पदा बामपा- । कट गाथ सारे बडे पुन्य के पाने बिग घेणे पच पादा मद मंदन अब छ । राधा चल परगन पर नाके पृषभान को मुताके में मिल परिपरीमा जानिय पिनन मंत्र मंत्र चमन भोर मण्डन एमेत गम्भ जिन धन या गोकुल मोमेक दिन बिहान मादि मुटु पढनों के में विकास की नीयत 11 दिय निकायम के मलित धाढासक अशाने वेद गांव रा. rituोन मोटि कोटि विभावरी पुर यत मुशि संभु भेग थे। यनेम को माग पनी के मुनि धरना फोन । गुरुपद दिय में यातिय मुक महा मंद पर मौके हैं। कटे जन संदीप मोहर बिद परमान टीमहर वरणन म र घरे अंदनी शरम प्रभामचंदनी के 2x बिER REATE पाडेर व्यु गावि- गदित निरयन मल यान से संजु को यूपन को नाम तयार मक माय । मा वृतिया भूगा नियत्व रथो अंच मामा मामी । गुल में गुस्थान को गुरुय यः मुगादा० . ० . न कान मेंटिक हिम मुथा शायक में पाया जाना गावे मन नगद दियर से मम माया रमापनि पठी साबणार रह चार पसरवजार व चिके CONTENTS से मनाम निराणी . the RAPON Ti Vari BOTTE Ver Time Yrtti TTS ante 1873 dat . Pirate pe THE THEM AND PISTON LOVE 'हरिश्चन्द्र मैगजीन' का कवर पेज 'हरिश्चन्द्र मैगजीन' का पहला अंक