पृष्ठ:भारतेंदु समग्र.pdf/२९०

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४ मल्लिका (चमेली) कदम रायबेलि करनफूल अनार माधवी जूही सेवती निवारी चाँदनी नरगिस अति अनारि हठ नहिं करिय सीख सखी की मानि । पिय सों रोस न कीजिये यामै कोउ दिन हानि ।२३ गुल्लाला फूले लखौ आयो बर रितु-राज । कहो भला ऐसी समै कहा मान सों काज ।२४ तुव हित कब के चक्रधर ठाढ़े पकरि कपाट । दैनिसु दरसन लाड़िली जोहत हरि तुव बाट ।२५ हरि सिंगार सब छोड़ि के तुव बिनु होय मलीन । परे भूमि पै देख्नु किन बिरह-बिथा तन छीन ।२६ फूली बन नव मालती माल तीय गर डारि । अब उठि चलु न बिलंब करु लै उर लाइ मुरारि ।२७ करन-फूल दोउ करन सजि हरन सकल उर-सूल । चलु न चरन-आभरन तजि भरत मदन सुख मूल ।२८ रायबेलि महकति सखी अति सुगंध रस फेलि । क्यौं न रनत तू श्याम सों कंठ भुजा दोउ मेलि ।२९ ठाढ़े पीअ कदंब तर तजिकै जुवति-कदंब । चलु बिलब तजि राधिके दै निज भुज अवलंब ।३० पहिरि मल्लिका-माल उर प्रेम-बल्लिका बाल । लपटी कृष्ण तमाल सों लखि 'हरिचंद' निहाल ।३१ केवड़ा गेंदा कनैर चंपा वेद मल्लिका (चमेली) कदम्ब रायबेलि करनफूल मिहदी मालती हरसिंगार सुदरसन १ गुल्लाला कुंद चाँदनी नरगिस कमल रायबेलि मालती केवड़ा केतकी मौलसिरी मल्लिका (चमेली) गुलदाउनी सुदरसन अनार सेवती मदन बान मोतिया कुंद नरगिस केतकी मल्लिका (चमेली) कदाम्ब रायबेलि करनफूल गुलदाऊदी गेदा चंपा बेला मालती हरसिंगार सुदरसन गुल्लाला २ अनार जूही सेवती निवारी मदनबान बैजनी मोतिया मल्लिका (चमेली) माधुरी गुलाब कदंब मालती हरसिंगार अनार चुही मदनबान बैचनी कुंद चांदनी केतकी श्रृंगार प्रश्न करने की विधि यह एक बड़ा आश्चर्य प्रश्न का खेल है। पहले मान लीला के जिन दोहों में जिस फूल का नाम निकलता हो उसको समझ लो और उन दोहों के अंक भी याद कर रखो । प्रश्न करने वाले से कहो कि इन्हीं ३१ फूलों में एक फूल का नाम अपने जी में लो फिर इन पाँचों ताशों में से एक एक ताश उसके सामने रखकर पूछो इसमें मौलिसिरी गेंदा कनैर बेला नेत्र मारतेन्दु समग्र २४