पृष्ठ:भारतेंदु समग्र.pdf/७७२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

२२ ४७३० १९० अकबर १५८३ में अकबर ने कश्मीर लिया। इस प्रसिद्ध और बुद्धिमान बादशाह की कहानी संसार में प्रसिद्ध है। २२ १९१ जहाँगीर १९२ शाहजहाँ ४७५२ ४७७४ १९३ औरंगजेब ४८ ४८०५ ४८३६ ५ १९४ मुअज्जमबहादुर शाह शाहआलम सन् १६०५ में तख्त पर बैठा, १६२७ ई. में मरा । १६२८ में तख्त पर बैठा, १६५९ में औरंगजेब ने कैद किया । १६६४ में मरा । १७०७ में मरा । औरंगजेब के पीछे मुसल्मानों का राज्य शिथिल हो गया इससे कई बादशाह हुए । सब नाम यथाक्रम लिए जाँय तो पहले आज़िम, फिर मुअज्जम जहाँदारशाह फर्रुखसियर, रफीउल्दरजात, रफीउल्दौलत, निकोसियर, मुहम्मदशाह, इबराहीमशाह, अहमदशाह, आलमगीरसानी, शाहजहाँ, शाहआलम, बेदारबख्त, अकबरसानी और बहादुर शाह ये नाम होंगे। भारतेन्दु समग्र ७२८ १ ६ १९५ जहाँदारशाह १९६ फरुखसियर १९७ मुहम्मदशाह १९८ नादिरशाह ४८३७ ४८४३ ४८६३ ४८७८

२० १५ + १७१९ में तख्त पर बैठा। * सन् ११५१ हिजरी में नादिरशाह का खुतबा कश्मीर में पढ्यया गया किन्तु नादिर के मरने पर कश्मीर फिर कुछ दिन गड़बड़ में रहा । ११६१ हिजरी में अहमद शाह के वजीर असमतुद्दीन खाँ ने चढ़ाई की थी पर हार गया । ११६६ हिजरी में पूरी तरह कश्मीर अहमद के अधिकार में १९९ अहमदशाह ४८७९ १ आया । ४८८७ २०० राजासुखजीवन २०१अहमदशाह (२ बेर) इसने बागी होकर आठ वर्ष चार महीने राज्य किया । ११७५ हिजरी में फिर अहमदशाह की सेना ने जीता । महानंद पंडित और कैलाश पंडित नाम इसके दीवानों ने ४८९६