पृष्ठ:भारतेंदु समग्र.pdf/७८८

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१ वर्ष ५ सि कुछ एक ओर कलमा एक ओर नाम ४९ वर्ष ३ मास २६ दिन दिल्ली १५३० जन्नत आशियां १५५५ औवल सन् ११ रबउल- हुमायूं बादशाह आँ शाहे आदिल । कि फैजे खास ओबर आम उफ्ताद ।। ९६३ हिजरी चु खुशोद अज जहाँ ताबे बलदी। बियाबाँदर निमाजे शाम उफताद ।। जहाँ तारीक शुद दर चश्मे मरदुम । खलल दर कार खासो आम उफ्ताद ।। कजा अज बहव तारीखश रकम जद । हुमायूं बादशाह अब बाम उफ्ताद ।। शेरखाँ से हारकर लाहौर गया फिर सिंध और मारवाड़ में रहा, वहीं अकबर का जन्म हुआ, फिर डेढ़ बरस अमरकोट के राजा के यहाँ रहा, वहाँ से काबुल चला गया। ७४ वर्ष ८ एक ओर कलमा एक और नाम सहसराम १५४० १५४५ १४ वर्ष दिल्ली में ४ वर्ष ४ मास १५ दिन मास कुछ १२ रबी- उनऔवल सन् ९५३ हिजरी दिन शेरशाहे कि अज महाबत ओ । शेरो बज आव रा बहम मीखुर्द ।। यूँ बरफ्त अज़ जहाँ बदारे बका । गश्त तारीख ओ जे आतिश मुर्द ।। इसका बाप हसनखाँ सहसराम में ५०० घोड़ों का जागीर दार था, जब इसने कालिंजर का किला घेरा तो एक गोले से इसके मेगजीन में आग लग गई जिससे यह झुलसकर मर गया। ८ वर्ष २ एक ओर मास ८ दिन कलमा एक ५८ वर्ष ३ 0 सहसराम १५४५ मास कुछ १५५३ नामांतर जलाल खाँ ओर नाम दिन २५ जमादि- सुलतान सलीमशाह यूँ अज हुस्ने आकबत । उल्औवल आराम ज़ेर सायए अर्श खुदाई याफ्त ।। सन् ६६१ बूदम बफिक्रे साल वफातश कि नागहाँ । हिजरी हातिफ बजद नवा कि बजिन्नात जाय याफ्त ।। AGA