पृष्ठ:भारत की एकता का निर्माण.pdf/१९१

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१७४ भारत की एकता का निर्माण सलाह देकर गया कि भाई, एक दूसरे पर विश्वास करो और एक दूसरे से मिलकर काम करो। इसमें कोई मेरा निजी स्वार्थ नहीं है, लेकिन मैं यह सलाह देना चाहता हूँ कि आज हम कोई जहरीली आबोहवा पैदा न करें और समझ-बूझ कर काम अच्छी तरह से करें, मोहब्बत से काम करें। मैने आप से कहा कि हमें हिन्दुस्तान को मजबूत बनाना है । स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद से हमारा देश बहुत बड़ा बन गया है । दुनिया में ऐसे बड़े देश बहुत कम हैं, जैसा हिन्दुस्तान है । इसको यदि हम मजबूत बना लें, तो हमें किसी चीज़ की कमी न रहेगी और हमारी इज्जत बहुत बढ़ जाएगी। इसके लिए हमें सामान पैदा करना है । मैंने जैसे बताया कि हमें ज्यादा धन पैदा करना है, ज्यादा माल पैदा करना । इस काम के लिए हम आपस में बैठ कर सोचें और सरकार के साथ मिलकर काम करें। हमें आपस में झगड़ने की जरूरत नहीं है। हमें आपस में विश्वास का वायुमण्डल पैदा करना है । यदि हम यह सब करें, तो हिन्दुस्तान का भला होगा। हमारा जो सबसे बड़ा नेता था, जिसने दुनिया में हमारी इतनी इज्जत बढ़ाई, बह महात्मा गान्धी थे। उन्हीं के बताए रास्ते पर अगर हम चलें, तो वह हमको आशीर्वाद देंगे। मैं ईश्वर से यह माँगता हूँ कि हम उसके लायक बनें । जय हिन्द ! $