पृष्ठ:भारत की एकता का निर्माण.pdf/२४३

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२२० भारत की एकता का निर्माण कहते थे कि जो जिन्दगी भर जेल में पड़े रहे, वे लोग क्या राज करेंगे? लेकिन अब जमाना बदल गया है और जो लोग प्रजा के प्रतिनिधि हैं, उन्हीं के पास राजसत्ता जाने वाली है । लोग पूछते हैं कि आपका लीडर कौन होगा? आप जिसे चुनेंगे, वही आपका नेता होगा। हमने आज जो इन्तजाम किया है, वह तो एक टैम्परेरी (अस्थाई) चीज है। हमने हैदराबाद में आज जो कुछ व्यवस्था बनाई है, यह व्यवस्था एक “केअर टेकर गवर्नमेंट" (इन्त- जामी सरकार ) है, जिसका मतलब यह है कि आप लोग अपना बोझ उठाने के लिए जब तक अपने लौडर तैयार कर लेंगे, वहाँ तक के लिए यह सरकार है। लेकिन उसका जो स्थायी ढाँचा बनाने का काम है, वह आपके हाथ में है। कई लोग कहते हैं कि जल्दी से जल्दी इस गवर्नमेंट को हटा कर दूसरी लोक सरकार बनानी चाहिए । हम भी चाहते हैं कि हम क्यों बोझ उठाएँ। हम अपने हाथ में जिम्मेवारी क्यों रखें ? आप लोग खुद अपनी जिम्मेवारी उठाइए । हम यह करने के लिए तैयार हैं। लेकिन हम इस प्रकार की गाड़ी आपके सुपुर्द करना चाहते हैं कि यदि आप कुछ धक्का भी न लगाएँ, तो कई दिन तो अपने-आप ही चलती रहे । लेकिन हम आपको ऐसी गाड़ी भी नहीं देना चाहते जो शुरू ही में पटरी से उतर जाए। ऐसा हो तो उसमें आप लोग मर जाएंगे और हमारी भी बदनामी होगी। ऐसी सलाह जो लोग देते हैं, उनसे मैं कहता हूँ कि आप हैदराबाद की आबोहवा तुरन्त ऐसी बना लें, जिसमें हम जल्दी से जल्दी अपने अफसरों को यहाँ से हटा लें। हमारे पास अपने लिए भी पूरे आफीसर्स नहीं है । लेकिन आपको यह समझना चाहिए कि ९० फी सदी या उससे भी ज्यादा पुराने अफसरों या पुराने काम करने वाले लोगों का दिल दूसरी तरफ था, उनकी राय दूसरी थी, अब हमें उनको रास्ते पर लाना है । उनको तुरन्त फेंक देना ठीक नहीं । उनका दोष भी हम इस तरह कर भी नहीं सकते, क्योंकि इस तरह राज नहीं चल सकता। उनको उठा-उठा कर फेंक देना, यह कोई लायक आदमियों का काम नहीं है। उन पुराने लोगों में से जो बफादारी से और योग्यता से काम करने के लिए तैयार हैं, उनको तो हमने रखा ही है। भले पिछली हुकूमत के ज़माने में उन्होंने कुछ गलत भी काम किया हो। वे गलतियाँ हमें याद नहीं करनी चाहिए । भविष्य में वे क्या करने वाले हैं, यह हमें देखना है। कई लोग हम से था।