पृष्ठ:भारत की एकता का निर्माण.pdf/२९२

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राष्ट्रीय मजदूर संघ का दूसरा अधिवेशन शुरुआत एक अमीर मिल मालिक के कुटुम्ब की लड़की ने की थी। अहमदाबाद का एक बड़ा जबरदस्त इण्डस्ट्रियलिस्ट, जिसका नाम सेठ अम्बालाल साराभाई है और जिसकी बड़ी-बड़ी मिलें अहमदाबाद में हैं, उनकी बह्न अनुसुइया बाई ने इस मजदूर संघ को बनाया और महात्मा गान्धी जी ने उनको आशीर्वाद दिया। अनुसुइया बहन को अहमदाबाद के मजदूर देवी कहकर बुलाते थे । उसके साथ उनके साथी शंकरलाल बैंकर थे और हम लोग भी उस संगठन में शरीक हुए और साथ देने लगे। हमारे लिए वह नई बात थी, क्योंकि अहमदाबाद के किसी कारखाने में मजदूरों का कोई संगठन नहीं था। कारखानों के मालिक जैसे मिल- मालिक कहे जाते हैं, वैसे ही उन्हें मजदूरों के मालिक भी कहा जा सकता था, ऐसी हालत थी । उस समय इस संगठन का जन्म हुआ। ट्रेड यूनियन कांग्रेस के जन्म से भी करीब तीन साल पहले इस मजदूर संघ की नींव डाली गई। उधर महात्मा जी ने चम्पारन में सब से पिछड़े हुए लोगों में काम करना शुरू किया। किसान लोग और जिनके पास जमीन नहीं है, ऐसे मजदूर लोग तथा गली के कारखानों में काम करनेवाले मजदूरों में गान्धी जी ने काम शुरू किया । इन गली के कारखानों में जिस प्रकार की मेहनत ली जाती थी, वह तो जिन लोगों ने उसका अनुभव किया हो, उन्हें ही मालूम हो सकता है। मिलों में काम करनेवाले मजदूरों से भी ज्यादा कष्ट में ये लोग थे। जब गान्धी जी ने वहाँ आन्दोलन शुरू किया तो अहमदाबाद की मिलों में आन्दोलन शुरू हो गया। गुजरात के केरा जिले में किसानों से ज्यादा लगान लिया जाता था, उसके लिए वहां भी आन्दोलन शुरू हुआ। हमारे राष्ट्र का सच्चा जीवन वहाँ से शुरू हुआ। तो तीन चीजें साथ-साथ चलीं। आज आप वहाँ बिहार में जाएँ, तो आपको मालूम होगा कि गली का एक भी कारखाना वहाँ नहीं रहा । सब उठ गए । गान्धी जी के आन्दोलन का यह परिणाम निकला कि किसान, जो गुलाम थे, फंसे हुए थे और जिनसे जबरदस्ती काम लिया जाता था, काम छोड़कर चले गए । मजदूरों से बहुत थोड़े बेतन पर और जबरदस्ती काम लिया जाता था, वह सब खत्म हो गया। इसी प्रकार आप देखें केरा जिले में भी आज जो किसान है, वह एक तरह से अपना राज चला रहे हैं, उनको लगान के लिए कोई आन्दो- लन करने की ज़रूरत अब नहीं पड़ती। तीसरा अहमदाबाद का यह मज़दूर-संग- ठन है । अहमदाबाद में जो मजदूर संगठन है, वैसा संगठन दुनिया भर में और किसी जगह नहीं है, यह मेरा दावा है। मैंने उसमें बहुत काम किया है । ट्रेड