पृष्ठ:भारत की एकता का निर्माण.pdf/३०२

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राष्ट्रीय मजदूर संघ का दूसरा अधिवेशन २७५ करोगे? हम लोग सब एक साथ मिलकर पैदा न करें, तो कैसे काम चलेगा? तो हमारा फर्ज तो यह है कि आज हम अपने मुल्क की हालत देखें और यह समझें कि इस हालत में हमारा धर्म क्या है । मजदूरों को न्याय चाहिए, तो उस न्याय के लिए लड़ने की उन्हें आज जरूरत नहीं रह गई। क्योंकि आज मजदूरों का राज है । लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि नहीं, यह तो पूंजीवादी का राज है । मजदूरों में जाकर वे इस तरह की बातें करते हैं। मैं चाहता हूँ कि वे हमारे सामने आकर बैठे और बताएँ कि हमने किस तरह पूंजीवाद का साथ दिया? हमने कौन-सी बात ऐसी की, जिस से मुल्क को नुकसान हुआ ? हमारे मुल्क में इतने पूंजीपति है ही नहीं। बहुत कम लोग यहां पूंजीपति हैं। उन सब की पूंजी अगर हम एक दफे बाँट लें, तो देश भर के लोगों के हिस्से एक एक आना यानी चार चार पैसे ही आएंगे। ये चार चार पैसे खाकर फिर क्या करोगे? फिर किसके साथ लड़ेंगे? हमारे देश में करोड़ों लोग भूखे पड़े हैं। यहाँ चन्द पूंजीवालों ने कुछ धन पैदा किया। कुछ बुराई से भी किया, यह कौन नहीं मानता। जिस तरह के काम उन्हें नहीं करने चाहिए, वैसे काम भी उन्होंने किए । लेकिन देश को सम्पन्न बनाने के लिए हमें भी तो कुछ करना चाहिए। हम वह काम क्यों नहीं करते ? लेकिन यह समझना चाहिए कि आज हमारी ताकत नहीं है । हिन्दुस्तान की सरकार के पास इतना सामान होता और इतने साधन होते, कि सारे कारखाने हम चला सकते, तो हमको क्या दिक्कत थी। लेकिन हम जानते हैं कि हम बारह महीना भी कारखाना नहीं चला सकेंगे और उसमें हमें नुकसान होगा। इस तरह से हमें काम नहीं करना है । तो हमें अक्लमन्दी से काम करना चाहिए । मैं आप लोगों को यह राय दूंगा कि आप को हड़ताल करने की बात छोड़ देनी चाहिए। जैसे हमारे इन्दौर के मजदूरों के प्रतिनिधि ने आपको 'सुनाया कि हम कभी हड़ताल नहीं करते, और न हड़ताल करने की हमें कभी ज़रू- रत पड़ती है । मैं आप लोगों को इस पर मुबारकबाद देना चाहता हूँ। साथ ही मैं आप से कहना चाहता हूँ कि इसी रास्ते पर चलने से आपका कल्याण है, दूसरे रास्ते से नहीं । आज अगर बम्बई में या कलकत्ता में, या कानपुर में या अन्य बड़े-बड़े शहरों में हड़ताल की जाएंगी, जलूस निकाले जाएंगे और पुलिस पर जबरदस्ती बोझ डाल कर उसे गोली चलाने पर मजबूर किया जाएगा, तो क्या यह अच्छा होगा? अब जमाना बदल गया। जब अंग्रेजों की पुलिस गोली