पृष्ठ:भारत के प्राचीन राजवंश.pdf/१३०

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जालोर परमार! जिसका उल्लेख तुम सिन्धुराजफे वर्णनमें कर चुके हैं। पूर्वोक्त विनासंवत् ११७४ का लेस इसके समयका है ।। फुटकर | जालौर सिर २१ मारवाडमें परमार; लेख पाये जाते है । रोल नामक गाँव कृत्रं पर भी इनके चार शिलालेख मिले हैं । वही इनकी सबसे पुराना लेख विक्रम-सवत् ११५२ (ईसवी सन १८९५) का है । यह बँधार इसीरावका है । इसके पिताका नाम पाया था । यह इसीराव' | मकनपुरमें मारा गया भा ! दूसरा लेख निकम-सवत् ११६३ को, इ राघकै पुनका, है । उसमें राजाका नाम टूट गया है। तीसरा विक्रमसर्बत् ११६६ ( ईसवी सन् ११०९ } को, इसीरचके पुत्र चाच्यपालका, है । चौथा विक-सवत् १२४५ छा पेंदारसहजा (१) का है। इससे अनुमान होता है कि यहां पर भी कुछ समय परमाको ज्यो अबश्य रहा।