पृष्ठ:भारत के प्राचीन राजवंश.pdf/२१९

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भारतके मार्सम जिर्या अणाकै परमार मालवे परमारोङ्ग अवनतामें हैं। अम्मन सोय३ परमार अगावाटक वंशन में। क्योंकि के इशाकें कुछ हिस्सा अर्युगावालाई राज्यमें था । सायवाले अपनेको आके पुरमाॐ चट्टान मानते हैं। उनका अन है कि आवृ३ निटी इन्द्रावनी नगरसे फिर अपने नाम से राजा ज्ञादिमसिंहने जालोद नमर चहापा और स्वयं सही रहने लगा। यह नगर मुजरात ईशान यो । बाद इहाँसे चलर इनके बाज ने सौंप गाँव वाद किया। सौंथवालों न तो क्रॉि६ इतिहास ही मिलता है और न उनके पूर्वजॉझी वशावळी हीं । इससे उनके कृयन पर पूर्ण विश्वास नहीं है। सकती । परन्तु पास ही अगाके परमाका राज्य रहने, दुम्भ है, यवाले इन्हीं वशन हो । इनका बा-गृह म मात्रै परमार्क वा-वृक्ष साप विया जा चुका है।