पृष्ठ:भारत के प्राचीन राजवंश.pdf/२८७

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मारतके प्राचीन राजर्यंशसिद्धराज्ञ जयसिंहङ्की कन्या काचन३वी और तीसरी सोलकी राना फुमारपाकी बहन देवळ देव। 1 इनमसे पहली रानीसे इसके दो पुत्र | हुए । जगदेव और बीसलदेव पियाज़ } तथा दुस- नसे एक, युन सोमेश्वर हुआ। परराजने अमेरमै ' आना सुगर' मृाम तालाब बनवाया। मिद्धराज जयसिंहने अराजपर हमला किया था । परन्तु अन्तमें उसे अपनी कन्या काचनदेवीका विवाह अरानके साथ मंत्री ने पढ । सिवानकी मृत्यु वाद अर्णोराने गुजरातपर घटाई की, परन्तु इसमें इसे सफता नहीं हुई। इसका यइला छैने जिए वि० स० १२०७ ६० स ११५० ) के आसपास गुजरात राजा कुमारपाल पीग इसके राज्य पर हमला किया और इस युद्धम उणराजको हार मानन पटीं । यद्यपि इस विपया वृत्तान्त चौहानके लेलो रात्रि नहीं मिलता है, तथापि गुजरातके ऐतिहासिक ग्रन्थम सा वर्णन दिया हुआ है। | प्रबन्ध चिन्तामणिमें लिप्त है -

  • कुमारपाल वैनुसार राज्यमन्च छरहा था। इससे उस चहतले उच्च कर्मचारी उसमें अप्रसन्न गये । इनमैने अल्प बमिटका माई हिह ( चाड या आरगट ), जिसको सिर मात्र जयसिंह अपने पुत्रके समान समझती या, मारपालकी ह कर सपादलक्ष चौहानराजा आनाङकै पारा चला गया और मौका पाकर उसको गुजरात पर दा हैं गया । उज्य पूरा का हार कुमार पर माल्न तत्र उसने में सेना लेकर उसका सामना

या 1 परन्तु आहड्ने जसके कानिङ्गको घन चुका पहले ही अपनी तरफ मिटा दिया । । इससे इमरपा के दि l है। टैग पैट | दिवाकर भागने लगे । अपनी अन्य पद बदाा देत नापछिको