पृष्ठ:भारत के प्राचीन राजवंश.pdf/३६३

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मारतकै प्राचीन राजबंश । । साँचोरङ्गी शाखा । ' -. साँचोरसे प्रतापसिंहके 'समयका एक जैसे मिला है। यह वि० सं० १४४४ का है । इसमें लिखा हैः

  • नाडोल चौहान ना हमके वंशमें सोमिंगका पुत्र साहू हुआ । इसका लङ्वा विक्रमहि ऑर संग्रामसिंह या और उसका पुन प्रतापसिंह उस समम सत्यपुर ( सांचौर ) पर राज्य कृरता था।" अगे चलकर इस लेसमें लिखा है-* पॅरधारा रसीका पुन माकई म और उसका नाल्य । बैरिशन्ध पुत्र सुहाय हुमा । इसकी कन्यो कामल देवी से प्रतापसिंहका विवाह हुआ था । यह कामल देब झमट वंश थी 1" । | Fता नेणसाने चौहानको साचोर ( सत्यपुर ) चा शारदा वंशावली इस प्रकार ई है:| १ राय लावन, २ बलि, ३ चौहीं, ५ मन्दराय, ५ अनहल, ६ निदराब, 9 आसरा, ८ माणकर, ९ अरूण, १० विजेंसी ( इसीने सचिोर पर अधिकार किया था }, ११ पद्मसी, १२ सोम, ३३ साळो, १४ विमसी, १५ पालो ।। | अतः उपर्युक्त लेस जालौरकी शाखाका न होकर चौहानी सांचौरयात झालाकां है।

({} Ep.'Ind, Vol. I, p. 4–67.. ३१३