पृष्ठ:भारत के प्राचीन राजवंश.pdf/६७

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---...-.-=- = - = যাধুলা ক্লিক 1८ स्वःमी दन तृतीय। कन्नर 13 मी #िहसेन । २१ स्वामी रात्यसिंह २• स्वामी ससेम तुर्थ ३२ स्तमी खर्चिद् अतीय । - नीट-जिन नामके धागे १ रौ ३१ तरुके अ लिखे ३३ महाप हुए थे। धीर जो पल दानप ही रहे थे उनके नाम आगे कुछ नहीं लिखा है । परन्तु जी ने तो महानप दी हुए और न क्षत्रप ही उनके नाम भागै हारेका *} चिन्न नगर दिला गया है। ( पृष्ठ ३१)