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सिन्ध पर अंगरेज़ों का क़ब्जा़

सिन्ध पर अंगरेज़ों का क़ब्ज़ा १२९७ हताहत अंगरेज़ सेनापतियों के बयानों और प्रकाशित सरकारी रिपोर्टों में झूठ की मात्रा इतनी अधिक है कि अंगरेज़ अंगरेजी सना के सेना के हताहतों की ठीक संख्या का पता नहीं चलता । जनरल नेपियर लिखता है कि अंगरेजी सेना कुल १,७०० थी, मेजर वेडिइटन इसके विरुद्ध दलीलें देता हुआ लिखता है कि अंगरेजी सेना ३,००० थी और मियानी के संग्राम में जीवित बचे हुए जिन अफसरों औौर सिपाहियों में लूट मार का गया, केवल उनकी संख्या सरकारी रिपोर्ट मान बाँटा से अनुसार ,५६ थी । जो हो इसमें सन्देह नहीं, कम्पनी के हज़ारों गोरे और देशी सिपाही और अफ़सर मियामी के मैदान में काम आए। सर. रिचर्ड बर्टन ने मियानी के संग्राम में अंगरेज़ों की विजय के सम्बन्ध में एक और रहस्य प्रकट किया है। अंगरेजों की विजय वह लिखता है : का रहस्य ‘न तो उस समय के इतिहास लेखकों से हमें इस बात का पता चलता है, और न हम सरकारी कार्यों से इस यात के जानने की आशा कर सकते हैं कि जिस घोटाले आफ़सर के सुपुर्द सिन्ध के अमीरों की सोख थीं उसे किस प्रकार अपनी श्रोर फोड़ कर तीर्षों के मुंह इतने ऊँचे करवा दिए गए जिससे गोले अंगरेजी सेना को बचा कर दूर जाकर गिरेंन यह पता चलता है कि किस प्रकार टालपुर का वह देशघातक, जोकि अमीरों की सवार सेना का प्रधान सेनापति था, पुरुलम खुल्ला अपनी सेना को मैदान से इटा ले गयाऔर उसने मैदान से निर्धा होकर भागने की मिसाल दूसरों के