पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज.pdf/१९२

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पहला सिख युद्ध

पहला सिख युद्ध १२७७ को बढ़ा कर अंगरेजों की एक शानदार विजय ज़ाहिर किया गया। एक अंगरेज़ लेखक जो मौके पर मौजूद था, लिखता है । कि –"श्यतीबात की लड़ाई सरकारी पत्र की लड़ाई थी, क्योंकि जब तक हम लोगों ने सरकारी रिपोर्ट नहीं पढ़ी थी तब तक हमें से किसी को यह भी पता न था कि हम कोई लड़ाई लड़ चुके हैं !’* सुबरॉय की लड़ाई नीति की दृष्टि से अंगरेज़ो रूम के लिए और भी अधिक लज्जाजनक थी1 इतिहास लेखक सुबहँव की लड़ाई विलियम एडवर्डस लिखता है कि जिस समय गबरनर जनरल फीरोज़पुर में था उस समय राजा लालसिंह के गुप्तचरों ने नाकर सिख सेना की स्थिति इत्यादि के विषय में गबरनर जनरल को बड़ो कीमती ख़बरें दीं । सित्रों ने बड़ी बीरता के साथ जान तड़ां कर युद्ध किया । किन्तु उन्हें किश्तियों के पुल की ओर हटा दिया गया यह बात पहले से तय हो चुकी थी कि संग्राम शुरू होते ही सिखों के नेता राजा लालसिंह और तेजसिंह स्वयं पुल के पार पहुँच कर पुल को तोड़ डालेंगेउन्होंने ऐसा ही किया हैं?

िक के मैदान में अकेले लाहसिंह औौर तेजसिंह ही असहाय

। • 4 Alival was the batte of he deatelh, for none o us kne re had 3ought a battle until he particulars apeared in a document . . . . Alauring cl Naturalist in India, by Andrew Leith Adank i, D, etc

  • kkarliafter , f a larga rilian, p, 99, 100.