पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज.pdf/२३०

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बयालीसवाँ अध्याय दूसरा क्रमा युद्ध लॉर्ड डलहंीजी के शासन की एक और महत्वपूर्ण घटना बरम देश के साथ कम्पनो का दूसरा युद्ध था। इस बहाने की कमी शुद्ध के लिए वास्तव में इतना बहाना भी न था जितना दूसरे सिख युद्ध के लिए । जून सन् १८५१ में 'मॉन' नामक एक अंगरेजी कक्षा मोल मई से चलकर रकून पहुंचा। जहाज़ के अंगरेज कप्तान रोपड़ का कप्तान का नाम लैपर्ड या । रद्दन फा बन्दरगाह वरमा के राज में था । रदून पहुँचने के बाद दो । मुकदमें रहू को बरसी नालत में कान रॉर्ड के विरुद्ध दायर किये गए पहला मुकदमा चलाम के रहने वाले जिम मामफ एक मनुष्य ने दायर किया । हाजिम की शिकायत यह यो फिर