पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज.pdf/२७२

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डलहौज़ी की भू-पिपासा

डलहौज़ी की भूपिपासा १३१ घर्ष के अन्दर उनमें से करीब २१ हज़ार को जब्त करके कम्पनी के - राज में मिला लिया । इसके २३ वर्ष बाद के दूसरे अफगान युद्ध और ३० वर्ष बाद के तीसरे घरमा युद्ध से पहले और कोई नया इलाफ़ा ब्रिटिश भारतीय राज में नहीं मिलाया गया । वास्तव में लॉर्ड डलहौजी के अन्तिम दिन में कम्पनी के राज की सीमा उस पद फो पहुँच गई कि जहाँ से दूर लोगों को निकटय मदान नापत्ति की झलक दिखाई देने लगी और उस नापत्ति के नाते ही भारत के अंगरेज शासकों की इस अपहरण नीति को एफ गहरा धमा लगा।