पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज.pdf/२८८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
१३६७
सन् १८५७ की क्रान्ति से पहले

सन १८५७ की क्रान्ति से पहले इन रियासतों के अपहरण का जिक्र करते हुए इतिहास दर गवा - लडलो लिखता है। । निस्सम्हे यदि इस तरह के हालात में जिन नरेनों की रिंग।समें अंगरेजी राज में मिला नती गई उनके पत्र में अंगरेजों के विस्तृ भारनयमिों के भाव न भड़क उठते तो भारतवासियों को मनुष्यय से गिरा हुआया कहा ज।सा । निस्सन्देह एक भी वी ऐसी न होगी जिसे इन रियासों के पहरा ने हमारा शत्रु न बना दिया , एक भी या ऐसा न होगा जिसे हमारे इन कार्यों के कारण क्रिक़ो राज के चिरुद्ध प्रारम्भ से घुण की शिया में दी जानी ही ।'? निस्सन्देह सन् १८५७ तक भारतवासी ‘मनुष्यत्व में इतने गिरे हुए’ में थे । लॉर्ड डलहौजी के उस 'इनाम कमीशन' का जिक्र भी पिछले अध्याय में किया जा चुका है कि जिसने १० वर्ष के के अन्दर भारत की २१ हजार प्राचीन ज़मींदारियाँ ज़ब्त कर ली औौर समस्त भारत के ग्रन्दर सहलों पुराने घरानों को बरबाद कर दिया । । some hundree of our roo take the placr ! th nah thouat: १21 Ary native elier subtts. TIne 1itle। not liajtarx, t: and•1, 11:ी। eapital decays, the people are Ampovefikhel, the trshrat , nt!!!, ३ ; acts likर में , 4rari B" girink 1800 11:e than, at thr 1:47, ( #querring them down upon thr 1banks of the Thar, ": - , Jucts al laia, ty John sullivin, Metair of tr Mara . tel, , 7. • "Suzely, the ativel of India rmट+म 3r l. १९ टी2:1 :Pe f 1! :1: - 44. cou not be moved under trch witut९१९९९ : , an't wn : :! , ') : म• ।' annextion, and against the nexar. SBry ther Awa, n०१ २ ५६१५ ६ : 1rch annerations dil not ted १० thin nut , t a city - . 42. did not ted to rain up in htrct to th ject r, "- 1.ja रे.., : c tr liy of Mर errºrs, 1. 3:3, 36. n th 5 y