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भारत में अंगरेज़ी राज

१५१४ भारत में अंगरेजी राज लाशें पड़ी हुई मिलीं। सम्भवतः उनमें से कुछ अभी तक सिसक रहे थे । कूपर के शब्द हैं अनजाने हो हॉलबेल के ब्लैकहोल का हत्याकाण्ड फिर से दोहराया । गया ।' । यहाँ पर यह दोहराने की आवश्यकता नहीं है कि हॉलबेल के ब्लैकहोल का किस्सा बिलकुल भुटा था, किन्तु कूपर का अजनाले का ब्लैकहोल एक सच्ची घटना थी ! रात को वे लोग पानी और हवा के लिए चिल्लाए होंगे, किन्तु छपर लिखता है कि बाहर के शोर के कारण उनकी आवाजें सुनाई नहीं दीं ! ४५ ता, उन लोगौं की जो थकान, गरमी और हवा की कमी के कारण भीतर घुट कर मर गए, वाहर घसीट कर डाल दी गई । एक कठिनाई वाक़ी थी। इन २८२ लाशों को दफन करने का प्रन । अजनाले के थाने से लगभग सौ गज़ के अजनाले का कुओं अजनाओं अन्दर एक गहरा पुराना कुआं था । ये सब लाशें मेहतरों से घिसटबा घिसटवा कर उस कुएं में डलवा दी गई है । शेष कुएँ को मिट्टी से भर दिया गया और उसके ऊपर मिट्टी का 'इतना ऊँचा ढेर लगा दिया गया कि एक टीला सा बन गया। इस कुएँ के विषय में फ्रेडरिक कूपर बड़े अभिमान के साथ लिखता है 5) है।

  • " &nconsciously the tragedy of Holtwell's Black Hoie had been e

-enacted."-Tht ists in thz Punjab, by Frederick Cooper.