पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज.pdf/६७८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
१७१३
क्या कहाँ

क्या कहा ," ५७१ कांगड़ा-१३८ : काठियाबाढ़--६७,७८ - , . कंसबंगाल का राजा-१७० । कापालिक-७३,७४ .. . . कच्छ-६७ काफुल-४७,७,७३,१२१ कढ़ाइलाहाबाद-१२५ . कतांबाबा--१२है। ’ कनियमफसान-८ कालीकाता --१८है। कनिलमपीटर-—८ . काग़र, में हिन्दूबस्तियाँ-८५ कनिष्क, सम्राट द्वारा बौद्मत काशमीरं--१३८१६६ का प्रचार और उसके साम्राज्य किताबूलशुद, अरबी भाषा में बौद्र की सीमाएँ-५४। प्रन्थ-८६ पुधार-२० कुतुबश्ाह, फा साहित्य प्रेम-१७१ कन्नौज-१६७ . कुलजुम सरूप-१२थे लिवरतु-७५ कुजन सम्राज्य-२४ कवीर -—पर सनसूर का प्रभाव ८६, कुशी नगर-—७१ , रामानन्द के शिष्यों में १०१ , कूका विद्रोह, पंजाघ-२०० -- का जन्म १०२, की शिक्षा १०३- कृष्णदास-१२८ ११०,११२, ११६,१७३, १७५, केजिया-७१ १७७,१७८,१८१,२०५ , महात्मा--१२४ कबीर चौरा ( फाशी )-११० कैमोलोट्टनम (कालचेस्टर ) --६० ‘क़यामत नामा' -५२४ फाकप---७८। कराची--१६७ कोडंगलूर-७५ , सम्प्रदाय-१२६ फोल्हापुर-६४ -५२८ कलफत-१ ६७ कल्याण-६हे काउण्टी, यूरोपियन यात्री -६ ६१, खज़ार जाति--२५७ खम्मत-७ ५ ६७