पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज.pdf/८

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पैंतालीसवाँ अध्याय डलहोज़ी की ःपिपासा लैप्स की नीति—सतारा के राजा से वादा--—सतारा का अपहरण- नागपुर का अपहरण--झाँसी का अपहरण-—सम्बलपुर का अपहरण वेतपुर का तक्षर का अपहरण का अपहरण---। अपहरण—करनाटक मुसलिम रियासतेंद्थरार का अपहरण-अवध का अपहरण--वाजिद अली गह पर झूठे कलंक-वाजिद अली का चरित्र-—तालुझेदारों के साथ ड्स इनाम कमीशन । टट १३२३-१३१ चालीसवाँ अध्याय सन् १८५७ की क्रान्ति से पहले लाई निः-लासी से बेलोर के ग़दर तक---राजघरानों के प्रति लहौज़ी का बरताव -साधारण प्रजा के साथ अंगरेज़ों का बरताय- हारनपुर का अंगरेपी अस्पताल--अंगरेज़ों के अनुचित व्यवहार को कुछ मेसालें दिल्ली सम्राट और अंगरेज़शाह आलम औौर माधोजी सोंधिया सम्राट अकबर शाह-राजा राममोहनराय-सम्राट बहादुर शाह और मंगरेअवध के साथ प्रत्याचार -डलहौजी की अपहरण नीति-नाना ाहब के साथ अन्याय ईसाई मत प्रचार की आकांक्षा-धार्मिक भावों र आघात—पंजाब को ईसाई बनाने की कोशिश —फ़ौज में ईसाई सत चार--भारतीय धर्मों की श्रेष्ठता सैनिकों के प्रति सामान्य व्यवहार-