पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/२२

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क्लाइव का इलाहाबाद भाना-~-शुजाउद्दौला के साथ नई सन्धि-कम्पनी को दीवानी के अधिकार नजानुहोला की हत्या भयंकर लूट और दो अमली-खुले डाके-नमक पर महसूल-लाइव का व्यक्तिगत चरित्र-दो अमली द्वारा बंगाल का नाश-दरिद्रता,दुष्काल और महामारी-खून के आंसू। पृष्ठ २१७-२३७ सातवाँ अध्याय वारन हेस्टिंग्स दो अमली का अन्तनिरपराध रुहेलों का संहार-महाराजा नन्द कुमार को फाँसी बनारस की लूट और बरबादी अवध की बेगमों पर अत्याचार--भारत से हेस्टिंग्म की कमाई कम्पनी के कर्मचारियों द्वारा देशव्यापी लूट-गोरखपुर के किसानों और ज़मीदारों पर जुल्म लगान का अढाया जाना-वारन हेस्टिंग्स पर मुकदमा--क्षमा और इनाम । पृष्ठ २३८-२६३ and- आठवाँ अध्याय पहला मराठा युद्ध मराठा साम्राज्य की पराकाष्ठा-मराठा मण्डल-मराठा साम्राज्य की अवनति-दक्खिन में कम्पनी की नीति-~-माष्टी और बसई पर अंगरेजों के दांत-मराठों, हैदर और निजाम में फूट डालने के प्रयत्न नाना फड़नवीस की दूरदर्शिता-अंगरेज़ दूत मास्टिन की करतूते-पेशवा नारायन राव