पृष्ठ:भाषा-विज्ञान.pdf/११

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का विभक्ति-पधान वाक्य-~-शब्दों का भेद-विकास की अवस्थाएँ ~~भाषा-चक्र- संहिति से व्यदिति---(क) भाषाओं का ल्पात्मक वर्गीकरणा-यास-प्रधान---- समास-प्रधान अथवा बहु-संहित-~-पत्यय-पधान-विभक्ति-प्रधान-हिंदी का स्थान । (ख) वंशानुक्रम वर्गीकरण-~भापर में निरंतर परिवर्तन--विभेदता में एकता--वंशानुसार भाषाओं वर्गीकरण--अमेरिका खंड- प्रशांत महासागर-संह और अकोका-खा---पूरेशिया खंड की भाषाएँ - वैविध समुद्राय-यूराल अल्लाई परिवार एकाक्षर अथवा चीनी परिवार-- द्राविड़ परिवार काकेशस परियार- सेमेटिक परिवार-भारोपीय परिवार--- परिवार का नामकरण- दुम और शतम् वर्ग--केल्टिक शाखा-इटाली शाखा-इटाली भाषा---ग्रीक भाष'--ग्रोक और संस्कृत-हित्ताइट भाषा- तुखारी भावा-एलवेनियन शान्या-जैटो-स्लाहिक शाखा-धामनियन शाया-प्रार्य अयान भारत-ईगनी श खग्रार्य शाखा के भेद तथा उपभेद-न्य विमापाएं और बोलियो-ईरानी भाषावर्ग की सामान्य विशेष- ताएं-श्रीता भाषा का साक्षित परिचय-भारतवर्ष की भाषाएँ --श्रास्ट्रिक (श्यया भाग्नेय) परिवार-मुंडॉ.-भारोपीय भाषाओं पर मुंडा का प्रभाव-~ एकासार श्रथवा चीनी परिवार स्यामचीनी स्कंध---तिब्बत-चमी-अासाम-- यी शासानाविद परिवार---मध्यवती वर्गलाई वर्ग- वर्ग-~ दाविद यो-मलयालम-कानद-द्राविद परिवार के सामान्य लक्षण--. प्रय परिवारीकरण-दी-हिंदी शब्द के भिन्न भिन्न अर्य-हिंदी ग: शालीय अयंपदी बोली-उ दिदी-उर्दू-हिंदुस्तानी मध्यवर्ती आय-राजस्थानी और गुजराती-पहादी--पूर्वी हिंदी-~-बहिरंग मलदामंधी-टी--विवारी-उदिया---गाली--प्रासामी । चौधा प्रकरण धनि और ध्वनि-विकार पृष्ट १.५.१८१ जन-पान कान में प्रयोजन-पान-शिक्षा के अंग-श्वास और नाद- कानदीजनों का वर्गीकरणा-स्वर-घरों का वी. per [[[श्रेणी:भाषा-विज्ञान]]