पृष्ठ:भाषा-विज्ञान.pdf/१३९

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. ११४ भापा-विज्ञान ओद्री, उत्कली अथवा उड़िया उड़ीसा की भाषा है । इसमें कोई विभाषा नहीं है। इसकी एक खिचड़ी बोली है उड़िया जिसे भत्री कहते हैं । भत्री में उड़िया, मराठी और द्राविड़ तीनों आकर मिल गई हैं। उड़िया का साहित्य अच्छा बड़ा है। बंगाल की भाषा बंगाली प्रसिद्ध साहित्य-संपन्न भाषाओं में से एक है। इसकी तीन विभाषाएँ हैं। हुगली के बंगाली आसपास की पश्चिमी चोली टकसाली मानी जाती है। बँगला लिपि देवनागरी का ही एक रूपांतर है। आसामी बहिरंग समुदाय को अंतिम भापा है । यह श्रासाम की भापा है। वहाँ के लोग उसे असामिया कहते हैं । श्रासामी में प्राचीन साहित्य भी अच्छा है। यद्यपि आसामी श्रासामी बंगला से बहुत कुछ मिलती है तो भी व्याकरण और उच्चारण में पर्याप्त भेद है। यह भी एक प्रकार की बँगला लिपि में ही लिखी जाती है।