पृष्ठ:भाषा-विज्ञान.pdf/२०५

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गा भाषा-विज्ञान कुछ विकार ऐसे होते हैं जिनका संबंध केवल अँगरेजी से रहता है। उन्हें भ्रम से इस नियम का अपवाद न समझना चाहिए : ग्रीक० अँ Skotos Skadus Sliade, Skapto Skaban Share, Skutos Skohs Shoe. अँगरेजी में sk का sh होना ही नियम है अत: जिन शब्दों में sk रहता है वे, विदेशी शब्द माने जाते हैं; जैसे-sky और skin, school आदि। इस तीसरे नियम में जो अपवाद संयुक्ताक्षर गिनाए गए हैं वे भी सच्चे अपवाद नहीं हैं । ऐतिहासिक दृष्टि से देखने पर यही मालूम पड़ता है कि जिस परिस्थिति में वे थे वह कास के विरुद्ध थी। प्रत्येक में एक प्राण-ध्वनि है। इस प्रकार ये अपवाद भी मनमाने नहीं माने जा सकते हैं। उनका भी अपना एक नियम है। अंत में निम-नियम और उसके अपवादों का विचार कर चुकने पर यही निष्कर्ष निकलता है कि ध्वनि-नियम के अपवाद होते हैं पर वे अपवाद सकारण होते हैं, अत: यदि उपमान, स्वर आदि उन कारणों को देखकर ध्वनि-नियम की सीमा निश्चित कर दी जाय तो वह निरपवाद माना जा सकता है। विना काल, कार्यक्षेत्र और उसकी परिस्थिति का उचित विचार किए किसी भी ध्वनि-नियम का विचार करना अवैज्ञानिक होता है। अत: रिम-नियम हिंदी में किसी भी प्रकार लागू हिंदी और ग्रिम-नियम नहीं हो सकता। काल के विचार से जब ग्रिम- नियम अँगरेजी तक में पूर्ण रूप से नहीं घटना तब हिंदी में कैसे लग सकता है ? कार्यक्षेत्र के विचार से भी ग्रिम-नियम जर्मन वर्ग में कार्य करता है, अन्य किसी में नहीं। और सीमा के विचार की तो आवश्यकता नहीं है। वह तो पूर्व दो बातों-काल और कार्यक्षेत्र के पीछे होता है।