पृष्ठ:भूगोल.djvu/१७९

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मनीपुर आसाम प्रान्त में यह सब से बड़ा राज्य है। लड़ाई के बाद मनीपुर का राज्य बरमा के हमलों से इस का क्षेत्रफल ८,६२० वर्गमील है। इस की जन तो निश्चिन्त हो गया। लेकिन १८२६ ई० से इसे संख्या ४,४६, ००० है । इस में ५८ फी सदी हिन्दू ब्रिटिश की आधीनता स्वीकार करनी पड़ी। एक और ३५ फी सदी पहाड़ी मूल निवासी और प्रेत बार ब्रिटिश चीफ़ कमिश्नर की हत्या हो जाने के पूजक हैं । इस राज्य का बहुत बड़ा भाग पहाड़ी और कारण १८९० से १९०७ ई० तक यहां कड़ा ब्रिटिश जङ्गली है । इस के बीच में ५० मील लम्बी और २० शासन रहा । १९०८ में राजा फिर। गही पर बिठा मील चौड़ी एक घाटी है । बनों में कई प्रकार के पेड़ दिया गया। १९१४ की लड़ाई में मनीपुर राज्य ने पाये हैं । घाटी की प्रधान उपज धान है । मनीपुर ब्रिटिश सरकार की सहायता की तब से यहाँ के राजा और बरमा में अक्सर झगड़े होते रहे। इन्हीं से को महाराजा की । उपाधि मिल गई । उन को ११ बचने के लिये १७६२ ई० में यहां के राजा ने पहले तोपों की सलामी दी जाती है। पहल अगरेजों से सहायता मांगी। बरमा की पहली खासी राज्य 1 अासाम प्रान्त में इस नाम के २५ छोटे छोटे छोटे राज्य की जनसंख्या केवल २१३ है। इन पहाड़ी राज्य हैं । इन सब का क्षेत्रफल मिलकर राज्यों में एक प्रकार का प्रजा सत्तात्मक राज्य है । ३,६०० वर्गमील होता है। इनकी जन-संख्या राजा चुना जाता है। वह अपने लोगों को बहुत १,८०,००० है । खिरीम और मिलीम सब से बड़े कम छेड़ता है । राज्य हैं । नोंगलीवाई सब से छोटा राज्य है। इस पामना बड़ौदा राज्य स्पेहवामा पालनपु | बदौता जिला कादी नत्रमारी अमरेली और मोरवमान जिना कच्च यहमवरगा मोहामा कारन वानर्या ननायरान चॉकले वा भाटिया भानबार जिपुर MO (पौरपनर पमित्मा पिम्मा OFI सपावाद विल्सार रखा-