पृष्ठ:भूगोल.djvu/२०६

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- कुम्हार सईन-यह शिमला का एक पहाड़ी राज्य वर्तमान शासक हिज़ हाईनेस महाराजा जगदीपेन्द्र नारायण । इसका क्षेत्रफल ६० वर्गमील है। इसकी जनसंख्या भूप बहादुर १०,००० है। इसकी श्रामदनी १५,००० रु. है। यह केसरिया-यह काठियावाड़ के झालावार में एक राज्य २,००० रु. कर देता है। यहां के राना राजपूत हैं । छोटा राज्य है। इसका क्षेत्रफल ३ वर्गमील है। इसमें पहले यह राज्य बशहर के श्राधीन था । १८१५ में यह केवल एक गांव है। इसकी जन-संख्या २५० और आमदनी स्वाधीन कर दिया गया । २,००० रु० है । यह राज्य २७८ रु. ब्रिटिश सरकार को कुन्हियर ----यह भी शिम ना का एक पहाड़ी राज्य है। कर देता है। इसका क्षेत्रफल ८ वर्गमील और जनसंख्या २,००० कोचीन-यह दक्षिण भारत का एक साधारण राज्य गन्ना यहां की प्रधान उपज है। यहां की आय ५,००० रु. है। इसका क्षेत्रफल १३६१ वर्गमोन और जनसंख्या है। यह राज्य १८० रु. कर देता है। यहां के राव ७.००,००० है। लकड़ी, पत्थर, दारचीनी, धान, नारि- ( ठाकुर ) कुन्हिया राजपून यल, कपास, सुपारी, सन, गन्ना, अदरख, काली मिच, कुरून्दवाद-यह दक्षिणी महाराष्ट्र का एक राज्य है । यहाँ की प्रधान उपज है। यहां लकड़ी, हाथीदांत और इस राज्य की छोटी और बड़ी दा शाखायें हैं। बड़ी धातु पर बढ़िया कारीगरी का काम होता है। यहाँ हथियार शाखा का क्षेत्रफल १८२ वर्गमील और छोटी का ११२ भी बनायें जाते हैं। समुद्र के पानी से नमक तैयार किया वर्गमील है। बड़ी को जन-संख्या ३६००० और छोटी जाता है, इसकी अामदनी १५ लाख है। यह राज्य ब्रिटिश की २६,००० है। बड़ो को ग्रामदनी सवा लाख रु. और सरकार को २ लाख रुपया कर देता है। यहां का राजवंश छोटी को एक लाख रु० है। यहाँ के राजा ब्राह्मण हैं बहुत पुराना है। पहले यहाँ के राजा समस्त र प्रदेश और दक्षिण के प्रथम श्रेणी के सरदारों में गिने जाते हैं। ( जिसमें ट्रावनकोर, गालावार भी शामिल थे) पर राज्य कुरवई--


यह भापाल एजेन्सी का एक नवाबो राज्य करते थे। १७६८ ई. में ब्रिटिश सरकार से इस राज्य का

है। इसका क्षेत्रफल १३६ वर्गमील और जन-संख्या सम्बन्ध स्थापित हुआ। २५,००० है। इसकी श्रामदनी १,००,००० ० है। यहां कोठीडे-यह मध्य भारत की भोपाचार एजेन्मी में के नवाब पठान हैं। एक छोटा राज्य है। इसका चत्रकन ४,००० एकड़ है। कुठार ----यह शिमला का एक पहाड़ी राज्य है । इस इसकी जर-संख्या ३०० और प्राय ५०० रु. है। का जत्रफल ७ वर्गमील । इसकी जन-संख्या ४,००० कोटरा नयानी-यह काठियावार के हालार में एक है। इसकी आय ६,००० रु. है। यह राज्य १,००० रु० छोटा राज्य है। इसका क्षेत्रमान ३ वर्गमील और जन- कर देता है । यहां के राजपूत राना जम्मू से पाये थे। संख्या १५,०० है। इपकी आमदनी ८००० १० है । कुरा-यह काठियावाड़ के दक्षिण में एक राज्य है । गायकवार का ५४२ रु० और भूनागढ़ को १४५ २.० कर इसका क्षेत्रफल १ वर्गमील और जन-संख्या ४०० है। देता है। इसकी श्रामदनी ४,००० रु. कोटरा पीठा-यह काठियावाड़ का एक छोटा राज्य कुद्दाना-यह गुजरात के रेवाकान्त का एक राज्य है। है। इसका क्षेत्रफल २५ वर्गमील और जन-संख्या इसका क्षेत्रफल १३० वर्गमील और प्राय १५,००० २० है। ८,००० है। इसकी प्राय ७०,००० रु० है। यह राज्य -यह बंगाल प्रान्त का एक राज्य है। ४,८५० २० ब्रिटिश सरकार को और ७२८ ६० सूनागढ़ को इसका क्षेत्रफल १३१८ वर्गमील और जन-संख्या ६ लाख है। धान, तम्बाकू, जूट, यहाँ को प्रधान उपज है। यहां कोटग संगानी-यह काठियावार के हालार में एक की सालाना श्राय ३४,२०,५११ रुपये है। यह राज्य छोटा राज्य है। इसका क्षेत्रफल ३७ वर्गमील और जन- ६७,७०० रु. ब्रिटिश सरकार को कर देता है। १६वीं सदी संख्या ६.००० है। इस राज्य की श्रामदनी ८०,००० में इस राज्य की स्थापना हुई। १७७३ ई० में इस राज्य रु. है। यह राज्य ११,६१६ र चिटिश सरकार और और ब्रिटिश सरकार के बीच में सन्धि हुई। यहां के जूनागढ़ को कर देता महाराजा को १३ तोपों को सलामी दी जातो है। यहां के कोठरियाः T- यह काठियावाड़ का एक छोटा राज्य है। 1 - कूच बिहार- कर देता है।