पृष्ठ:भूगोल.djvu/२२०

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। ( २५ ) इसकी आमदनी 1,८६,६०० रुपया है यह राज्य ३,६०० भी पाया जाता । लोहे के औजार :बनाने, कपड़ा ब्रिटिश सरकार को कर देता है। यहां के फौज में २८ बुनने और मिट्टी के बर्तन बनाने का काम अच्छा होना है। सिपाही रहते हैं। यहां के राजा को सियेम कहते हैं। नीलवाला-यह काठियावाड़ के गोहेलवार का एक नोङ्ग तरमेन-यह आसाम को खासी पहाड़ियों का छोटा राज्य है। इसका क्षेत्रफल २ वर्गमील और जन एक राज्य है। इसकी जन-संख्या १०० और श्रामदनी संख्या ६०० है। इसमें केवल एक गांव है। इसकी ३०० रु० है । नारङ्गी, सुपारी, पान बहुत होता है। लेकिन श्रामदनी केवल ३,००० रु. है। यह राज्य ११ रु० चूने के पत्थर से यहां के सियेम (राजा) को सबसे अधिक ब्रिटिश सरकार को और १५४ रु० जूनागढ़ को कर देता है । श्रामदनी होती है। नीलखेड़ा-य -यह मध्य भारत के भोपावार एजेन्सी पटना- यह मध्य प्रान्त का राज्य है। इसका क्षेत्र- का एक छोटा राज्य है । यह राज्य विन्ध्याचल के पहाड़ियों फल २,५११ वर्गमील और जन-संख्या ५६,७०० है। राज्य के बीच में स्थित है। इस में जंगलों से घिरी हुई कई की मुख्य उपज चावल, दाल, तेलहन, ईख और कपास है। घाटियां हैं । इस राज्य की श्रामदनी ४७ हजार रुपया है । इस राज्य की सालाना आमदनी १,२१४ रूपये है। यह ५०० रु० धार राज्य को कर देता है। यहाँ के यहां के शासक अपने को महीपुरी के समीपवतों गढ़ ठाकुर साहब को धार और सुलतानपुर के बीच में पड़ने सम्भर के राजपूत राजाओं के बंशज बताते है। वर्तमान वाली डकैतियों की जवाबदेही देनी पड़ती है। यहाँ का नरेश महाराजा नारायणसिंह देव हैं । क्षेत्रफल १०७ वर्गमील और जन संख्या ८,२७६ है । यहां पटरी-बम्बई प्रान्त में मालावार काठियाड़ का यह के वर्तमान शासक गङ्गासिंह भूमिया हैं। एक छोटा राज्य है। इस राज्य का क्षेत्रफल ४० वर्गमील नैगांव रिवाही- यह मध्य भारत के बुंदेलखण्ड में और जनसंख्या ३,८७७ है। इस राज्य की सालाना श्राय एक छटा राज्य है । इसका क्षत्रफल १६ वर्गमील और १,००० रुपया है। यह राज्य ब्रिटिश सरकार को ५,२५५ जन-संख्या २,३५२ है । इसकी आमदनी १७,००० रु०है । रुपये सालाना कर देता है। नाङ्ग ख्लास-यह प्रासाम पहाइ के खासी पहाड़ियों पटियाला-यह राज्य पंजाब प्रान्त में पंजाब सरकार का एक छोटा राज्य है। इसकी जन-संख्या ८,००० और के अाधीन है। इस राजा का क्षेत्रफल ५,६४८ वर्ग- श्रामदनी ३,५६७ रु० है। धान, भालू, मका, ज्वार, बाजरा, मील और जन संख्या १६,२५,५२० है । यहां की सालाना दारचीनी और कपास यहां की उपज है। यहां लोहा भी श्राय १,१०१.८०० रुपये है। यहां के शासक १०० घोड़े पाया जाता है । इस राज्य के शासक को सियेम कहते हैं। ब्रिटिश सरकार के लिये कर के बदले में देते हैं। राज्य की नोङ्ग साह फोह- यह खासी पहाड़ियों का एक छोटा सेना में २,७५० सवार, ६०० पैदल, ३१ रणक्षेत्र वाली ताप राज्य है। इसकी जन संख्या १०० और श्रामदनी १५० २० और ७८ दूसरी तापें हैं । सेना में २३८ ताप चलाने वाले । श्रालू , धान और मक्का यहाँ की उपज है। इस मनुष्य राज्य के शासक को सियम कहते हैं। यहां के शासक फूल चौधरी के बेराज हैं । नाभा राज्य नाङ्ग स्पुङ्ग-यह आसाम में खासी पहाड़ियों का एक में फूल चौधरी ने अपने नाम का एक गांव बनाया था । राज्य है। इसकी जन-संख्या १,६०० है। धान, ज्वार, महाराज झी , और नाभा, तिलोक, फूल के बड़े पुत्र के बाजरा, आलू, शहद और मोम यहां की उपज है। यहाँ के वंशज है। पटियाला नरेश फूल के द्वितीय पुत्र राम के कच्चे लाहे को गला कर लोग तरह तरह के हथियार बनाते वंशज हैं । यह जाट ज.ति के सिक्व हैं । इस राज्य ने हैं। यहां के सियेम को काम रूप के मज़दूरों से कमीशन सिक्ख युद्धों के समय और ग़दर के समय ब्रिटिश सरकार मिलता है। की सहायता रुपये और मनुष्यों से भरपूर की जिसके बदले नोङ्ग स्तोइन-यह खासी पहाड़ियों का एक छोटा में उनको भूमि और दूसरे इनाम मिले । राज्य है । इसकी जन-संख्या १,००० और श्रामदनी ५,००० यहाँ के शासकों का १७ तोपों की सलामी दी जाती रु. है। धान, ज्वार, बाजरा, तेजपात, रबर, लाख और म.म यहां की उपज है। इस राज्य में चूने का पत्थर और कोयना पठारी-मध्य भारत में भोपाल एजेन्सी का एक 1 ।