पृष्ठ:भूगोल.djvu/२३१

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(३२ ) अपना राज्य स्थापित कर लिया। उसका बेटा टीपू सुलतान इस राज्य का क्षेत्रफल ३२ वर्गमील और जन-संख्या १७६६ ई० में शृङ्गापट्टम की लड़ाई में मारा गया। इसके २,१८३ है। इस राज्य की सालाना आय, २५,००० बाद पुराना राजवंश यहां की गहो पर बिठाया गया, लेकिन रुपये है। यहाँ के वर्तमान शासक ठाकुर 'दशरथसिंह हैं । इसके बाद यहां ब्रिटिश आधिपत्य हो गया। १८३१ ई० रतनापुर धामानका-गोहेलवाड़, काठियावाड़ में में यहां का राजा गही से उतार दिया गया । १८८१ ई. बम्बई प्रान्त में यह एक छोटा सा राज्य है। इसमें केवल में मैसूर का राज्य मैसूर के राजा को सौंप दिया गया। ३ गाँव हैं। यहां की जन-संख्या १२१ है, इस राज्य की इसके कुछ ही वर्ष बाद मैसूर राज्य में कला-कौशल और सालाना आय ५,८५० रुपये है। यह राज्य ७५३ रुपये शिक्षा में इतनी उन्नति हुई कि यह भारत के प्रथम श्रेणी बड़ौदा राज्य और १५० रु० जूनागढ़ को सालाना करदेता है। के ५ राज्यों में गिना जाता है। यहां के महाराजा को रातेश-यह एक पंजाब प्रान्त का छोटा सा राज्य है। २१ तोपों की सलामी दी जाती है। राज्य की सालाना इसका क्षेत्रफल ३ वर्गमील तथा जन-संख्या ५०० है। प्राय ३,८६,४३,००० रुपया है। इस राज्य की सालाना प्राय ७०० रुपये है, यहाँ के शासक मोर्वी- -यह काठियावाड़ का एक राज्य है। इसका ठाकुर कहलाते हैं। क्षेत्रफल ८०० वर्गमील और जनसंख्या ५,३०,००० है। रतलाम-पश्चिमी मालता में मध्य भारत का एक ज्वार, बाजरा, कपास और गमा यहां की उपज है। इसकी राज्य है। इसका क्षेत्रफल ६६३ वर्गमील और जन- श्राय १ लाख रुपया है। यह राज्य ६१,५६० स्पया संख्या १,०७,३२१ है। इस राज्य की सालाना प्राय ब्रिटिश सरकार, बड़ौदा और जूनागढ़ को कर देता है। यहां १० लाख रुपये है। यह राज्य ६६,००० रुपया सालाना ४१७ सिपाहियों की फौज रहती है। यहां के ठाकुर राज ब्रिटिश सरकार को कर देता है। इस राज्य की सेना में पून हैं। इन्हें फांसी के मुकदमे फैसल करने का अधिकार १३६ सवार, १९८ पैदल, ५ तोपें और १२ तोप चलाने है। यहां की आय ४ लाख रुपया है। वाले सैनिक हैं। मोटा कोटानी-यह महीकान्त का एक राज्य है। यहाँ के शासक राठौर हैं और यह राज्य पश्चिमीय इसकी जन-संख्या ६०० और प्राय १,००० रुपया है। भारतीय राज्यों में प्रथम श्रेणी में गिना जाता है। यहाँ मोहनपुर -यह गुजरात के महीकाठा का एक छोटा के महाराज को १३ सोपों की सलामी दी जाती है। राज्य है। इसकी जन-संख्या १५,००० है। इसकी प्राम राजगढ़-मध्य भारत में डाईमिल एजेन्सी का दनी २५,००० रुपया है । यह राज्य ४७५० रुपया बड़ौदा ठाकुरों का राज्य है। इस राज्य में २ गांव है और यहां को २२५० रुपया ईदर को और रुपया ब्रिटिश की जन-संख्या १,०५२ है। को कर देता है। यहां के ठाकुर राजपूत हैं । यहाँ के शासक या भूमिया के पास एक किला और मोका पगिनू मुवादू-यह गुजरात के पांडु, मेहवास २ गाँव हैं। इनको ब्रिटिश सरकार की ओर से सनद प्राप्त का एक राज्य है। इसका क्षेत्रफल " वर्गमील है। इसकी है। यहाँ का सत्रफल ३६ वर्गमील और सालाना प्राम- श्रामदनी ३०० रुपया है। यह १२५ रुपया बड़ौदा को दनी १०,००० रुपया है कर देता है। राजकोट-हालार, काठियावाड़ में बम्बई प्रान्त का मोनवेल-यह काठियावाड़ के सौराठ प्रान्त का एक यह एक राज्य है। इसका क्षेत्रफल २८३ वर्गमील और र ज्य है। इसका क्षेत्रफल २१ वर्गमील और जनसंख्या जन-संख्या ७५,५४० है। यहां की मुख्य उपज कपास और ३,००० है। इसकी अामदनी २५,००० रुपया है। यह गन्ना है। इस राज्य की सालाना आय १५,५०,००० राज्य ३१२ रुपया बड़ौदा को कर देता है। रु. है । यह राज्य २१,३२० रुपये ब्रिटिश सरकार मोरचोपना-यह काठियावाड़ में गोहेलवार का एक और जूनागढ़ को कर देता है। राज्य की सेना में ३३६ राज्य है। इसका क्षेत्रफल ६८ वर्गमोल और जन-संख्या सैनिक हैं। ८०० है। इसकी आमदनी ८०० रुपया है। यह १५४ यह राज्य नवानगर की एक शाखा है और काठियावाड़ पया बड़ौदा को और १ रुपया सूनागढ़ को कर देता है। का द्वितीय श्रेणी का राज्य है। यहाँ के शासकों को अपनी रतानमाल-यह मध्य भारत का एक छोटा राज्य है। प्रजा को प्राणदण्ड देने का अधिकार है। कार - ।