पृष्ठ:भूगोल.djvu/३४

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33 अङ्क १-४] मैसूर प्रस्ताव मांगे जाते हैं और उन पर बहस की जाती लोग हैं । जनता के चुने हुये सदस्यों की तीन है । स्वीकृत प्रस्ताओं की यथा उचित कार्यवाही की (स्टैंडिंग ) कमेटियां बनाई गई हैं ताकि वे राज्य के जाती है। राज्य की सालाना श्राय ३,८६,४३,०००) है। दैनिक शासन पर अपना प्रभाव डाल सकें। इन और सालाना व्यय लगभग ३,८५,९३,०००) है । कमेटियों में दोनों सभाओं के सदस्य रहते हैं । एक हिन्दू धर्म के अनुसार राजा का जो प्राचीन कमेटी रेलवे, बिजली और प्रान्तों का निरीक्षण करती आदर्श है उसकी झलक महाराज मैसूर में पाई जाती है। दूसरो कमेटी नागरिक स्वतन्त्रता, सफाई और है । भारतीय नरेशों में उनको प्रजा का एक निस्वार्थ स्वास्थ्य और औषधालय विभागों का निरीक्षण करती हितैषी होने का गर्व प्राप्त है । किसी भी राज्य की प्रजा है । तीसरी मालगुजारी तथा कर सम्बन्धी कार्यो को मैसूर प्रजा के बराबर ताबेदार नहीं है । यहां तक कि देखती है । अच्छे से अच्छा ब्रिटिश भारतवर्ष का राजनीतिज्ञ कृषि भी महाराज मैसूर के शासन का मुकाबला नहीं कर मैसूर राज्य की तीन चौथाई प्रजा खेती के व्यव- मकता । सभी स्थानों में मैसूर राज्य एक आदर्श माना साय में लगी है। यहाँ पर रैय्यत वारी बन्दोबस्त जाता है । राज्य के सभी प्रकार के लोगों को पूरी प्रचलित है । रागी, धान, ज्वार, बाजरा, चना, ऊख, म्वतन्त्रता प्राप्त है किन्तु अभाग्यवश न मालूम क्यों कपास, सन आदि प्रधान उपज हैं। सस्ते रेशमी यहां कांग्रेस का आन्दालन जोर पकड़ गया। जिससे कपड़ों के कारण यहाँ की रेशम के घरेलू कारखाने बड़ी बड़ो कठिनाइयां उत्पन्न हो गई । सुधारों की मांगें उन्नति नहीं कर सकते । कृषि को प्रोत्साहन देने के जो कुछ भी हैं वे प्रजा की नहीं वरन स्वार्थी राजनी- लिये राज्य की ओर से भरसक प्रयत्र होता है । सभी तिज्ञों की हैं। वाडियर हिज हाईनेस महाराजा सर श्री तरीकों से बिल्कुल नए ढंग पर खेती करना किमानों कृष्ण बहादुर, जी० सी० एस० आई० जी०वी० ई० को सिखाया जाता है । हेबाल, बाबूर, मरथूर, नेजेन को २१ बन्दूकों की सलामी लगती है। • हाली, हुनसूर और मँडिया आदि स्थानों पर राज्य की शासन-प्रणाली ओर से फार्स खाले गये हैं। इन जगहों पर बिलकुल वैज्ञानिक ढंग पर खेती की जाती है और नए २ बीजों गज्य की राजधानी मैमूर नगर है किन्तु शासन का प्रयोग किया जाता है । कादुर जिले में आजमपुर प्रवन्ध का केन्द्र बंगलौर में है । महाराज के हाथों में के समीप एक गल्ला-गोदाम है। बंगलौर में एक राज्य के सर्वाधिकार सुरक्षित हैं । महाराज की सहा सिरम इन्स्टीट्यूट (Serum Institute ) यता के लिय दीन और दो आदमियों की एक सभा खोला गया है जहाँ पर भिन्न भिन्न बीमारियों को दवाएँ है । सब से बड़ा न्यायालय हाई कोर्ट है जिसमें तीन बनाई जाती हैं। राज्य के अन्दर जानवरों के ६४ जज और चीफ जज हैं। राज्य में दो बड़ी धारा अस्पताल खुले हैं। सभायें हैं एक मभा में प्रजा के प्रतिनिधि हैं और कारखाने दूसरी मभा कानून बनाने वाली सभा है । चुनाव में पहले स्त्रियों को वोट देने का अधिकार नहीं था राज्य के अन्दर कारबार और रोजगार बढ़ाने के किन्तु अब उन्हें भो अधिकार दे दिया गया है । सभी ध्यान से राज्य ने इन्डस्ट्रीज तथा कामर्स विभाग खोल मदस्यों को प्रस्ताव उपस्थित करने का अधिकार है. रक्खा है । ये विभाग रोजगार-धंधों को बढ़ाने के लिये उन्हें बहस करने का भी अधिकार है । सभाओं की भरसक प्रयत्न करते हैं। मैसूर में भारतवर्ष भर में सबसे बैठक दशहरा, वजद शेसन के सिवा जब कभी भी अधिक रेशम होता है। उसके लिये एक सेरी आवश्यकता होती है तो बुला ली जातो है । इन haar faum (Sericulture Department) दोनों सभाओं का दीवान ही ( एक्स आफिशियो) खोला गया है जो रेशम के रोज़गार को उन्नतिशील प्रेसीडेन्ट होता है। लैजिस्लेटिव काउंसिल में ५० बनाने का प्रयत्न करता है। राज्य के अन्दर गवर्नमेन्ट सदस्य हैं। जिसमें २० सरकारी और ३० गैर सरकारी सोफ फैक्ट्रो, गवर्नमेन्ट पोरसिलेन फैक्ट्री, गवर्नमेन्ट